New Zealand Parliament: न्यूजीलैंड की संसद में सांसदों ने माओरी हाका करने वाले 3 सांसदो के खिलाफ कार्रवाई की है. तीनों सांसदों को निलंबित कर दिया गया है. इन्होंने एक कानून के विरोध में माओरी हाका किया था. माओरी पार्टी के इन तीनों सांसदों में से हना रावहिटी मैपी क्लार्क को 7 दिन और उनकी पार्टी के नेता राविरी वेटिटी और डेबी नगारेवा पैकर को 21 दिनों के लिए सस्पेंड किया है.
नियमों का उल्लंघन करने के लिए दी सजा
बता दें कि हका एक पारंपरिक माओरी नृत्य होता है. इसे चुनौती और प्रतिरोध का प्रतीक माना जाता है. सांसदों की समिति का कहना है कि निलंबित किए गए तीनों सांसदों को हका प्रदर्शन के लिए नहीं बल्कि सदन के नियमों का उल्लंघन करने के लिए सजा दी गई है. मामले को लेकर समिति के अध्यक्ष जूडिथ कॉलिन्स ने कहा कि सांसदों का व्यवहार अस्वीकार्य और संभावित रूप से धमकी देने वाला था. वहीं निलंबित सांसदों का कहना है कि उन्होंने अपने समुदाय के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रदर्शन किया था.
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माओरी होने के कारण दिया जा रहा दंड: मैपी क्लार्क
निलंबित किए जाने पर सांसद हना रावहिटी मैपी क्लार्क ने कहा कि उन्हें माओरी होने के कारण ज्यादा सख्ती से दंड दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वे सदन में अपने समुदाय की आवाज को सुनाने के लिए आई हैं. उन्हें लगता है कि उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है. बता दें कि न्यूजीलैंड की संसद से अभी तक किसी को केवल 3 दिन के लिए ही सस्पेंड किया गया था.
क्या हैा पूरा मामला?
बता दें कि बीते साल नवंबर 2024 में संसद से निलंबित किए गए इन सांसदों ने एक विधेयक के विरोध में माओरी हाका किया था. इन सांसदों का कहना था कि इस बिल को लागू करके माओरी लोगों के अधिकार कम किए जा रहे हैं. संसद में इस विरोध प्रदर्शन के कारण महीनों तक बहस चली थी. ऐसे में गुरुवार 5 जून 2025 को संसद में घंटों की बहस के बाद इन 3 सांसदों को सस्पेंड करने के लिए वोटिंग की गई. सांसदों पर इस कार्रवाई को कुछ लोगों ने सांस्कृतिक असंवेदनशीलता का उदाहरण बताया है. इस घटना से न्यूजीलैंड में सांस्कृतिक पहचान और प्रतिनिधित्व के मुद्दों पर बहस को बढ़ावा मिला है.