Last Updated:April 24, 2025, 07:06 IST
Pahalgam Terror Attack: पहलगाम में आतंकवादी हमले में 27 लोगों की मौत हुई. कर्नाटक के भारत भूषण की हत्या उनके परिवार के सामने हुई. सुजाता और बेटा बच गए. यह घटना दिल दहला देने वाली है.

पहलगाम हमले के खिलाफ पूरे देश में आक्रोश है.
हाइलाइट्स
पहलगाम हमले में 27 लोगों की मौत हुई.भारत भूषण की हत्या उनके परिवार के सामने हुई.पत्नी सुजाता और बेटा हमले में बच गए.Pahalgam Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले की भयावह स्थिति को शब्दों में बयां करना मुश्किल है. इस हमले में 27 लोगों की मौत हुई है. आतंकवादियों ने इन लोगों की हत्या उनके परिवारवालों की आंखों के सामने की. ऐसे में एक से बढ़कर एक भयानक की आपबीती सामने आ रही है. कुछ ऐसी ही कहानी है कर्नाटक के भारत भूषण की. वह शुक्रवार को अपने परिवार के साथ छुट्टियां बिताने बेंगलुरू से कश्मीर आए थे. भारत के साथ उनकी 37 वर्षी पत्नी सुजाता और उनका तीन साल का बेटा था.
भारत अपने परिवार के साथ पहलगाम की नरम घासों पर अपने बेटे और पत्नी के साथ प्रकृति की खूबसूरती का आनंद ले रहे थे. तभी आतंकवादियों ने उन्हें गोली मार दी. इस दौरान उनका बेटा उनके करीब था. वह दौड़े-दौड़े अपनी मां से पास पहुंचा और बोला मम्मी पापा के सिर से लाल रंग निकल रहा है.
मां का हाल बुरा
भारत की मौके पर ही मौत हो गई. सुजाता और उनके बेटे की आंखों के सामने पल भर में आतंकवादियों ने उनकी एक खूबसूरत दुनिया उजाड़ दी. इस घटना ने सुजाता को जिंदा लाश बना दिया है. इंडियन एक्सप्रेस ने सुजाता की मां विमला से बात की है. विमला ने बताया कि उनकी बेटी (सुजाता) डॉक्टर हैं. वह भारत की मौत के बाद किसी तरह मोबाइल फोन और पर्स लेकर वहां से निकली. हमने दोपहर में करीब 2:45 बजे उससे बात की.
सुजाता ने अपनी मां को बताया कि एक आतंकवादी उनके पास आया और उनसे उनका नाम और धर्म पूछा. जब आतंकवादियों को पता चाल कि वे हिंदू हैं तो आतंकवादियों ने भारत को उनकी पत्नी और बेटे के सामने बेहद करीब से सिर में गोली मार दी. सुजाता बेटे को लेकर भागने लगी. तभी उनका बेटा चिल्लाने लगा पापा के सिर से लाल रंग निकल रहा है. बाद में मां और बेटे को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया.
सुजाता की मां विमला ने बताया कि आतंकवादियों ने गोली मारने से पहले उनसे पूछा कि क्या वे हिंदू हैं. आतंकवादियों ने महिलाओं और बच्चों को गोली नहीं मारी. केवल मर्दों को निशाना बनाया. बताया जा रहा है कि भारत कर्नाटक के पूर्व स्पीकर केबी कोलीवाड और विधायक प्रकाश कोलीवाड के पारिवारिक मित्र थे. सॉफ्टवेयर इंजीनियर भारत भूषण बेंगलुरु के भद्रप्पा लेआउट में अपने परिवार के डायग्नोस्टिक सेंटर का प्रबंधन कर रहे थे. भारत की तरह इस हमले में एक दो नहीं पूरे 27 परिवार तबाह हुए हैं. हर एक कहानी बेहद दर्दनाक और दिल को झकझोरने वाली है.
First Published :
April 24, 2025, 07:06 IST