Putin wishes PM Modi on India's Independence day: भारत के विश्वसनीय सहयोगी और करीब 80 साल पुराने मित्र रूस ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं भेजी हैं. भारत स्थित रूसी दूतावास ने आधिकारिक बयान में कहा कि व्लादिमीर पुतिन ने मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी को शुभकामनाएं भेजीं और साथ ही नई दिल्ली की सामाजिक-आर्थिक, वैज्ञानिक, तकनीकी और अन्य क्षेत्रों में व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त सफलता की सराहना की है.
अपने आधिकारिक टेलीग्राम चैनल पर बयान जारी करते हुए रूस के दूतावास ने राष्ट्रपति पुतिन का संदेश साझा किया. इस संदेश में पुतिन ने कहा, 'भारत को वैश्विक मंच पर उचित सम्मान प्राप्त है और वो प्रमुख मुद्दों के समाधान में हमेशा सक्रिय रूप से योगदान देता है.
'भारत के फैसलों का कायल है रूस'
रूसी राष्ट्रपति ने अपने संदेश में लिखा, 'भारत ने सामाजिक-आर्थिक, वैज्ञानिक, तकनीकी और अन्य क्षेत्रों में व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त सफलता हासिल की है. आपका देश वैश्विक मंच पर उचित सम्मान प्राप्त करता है और अंतर्राष्ट्रीय एजेंडे के प्रमुख मुद्दों को संबोधित करने में सक्रिय रूप से योगदान देता है'.
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बयान की अहमियत
रूस का 140 करोड़ भारतवासियों का अभिनंदन और सम्मान करने वाला ये बयान उस महत्वपूर्ण समय में आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ के खतरे दोनों देशों पर मंडरा रहे हैं. ट्रंप ने रूस के साथ तेल के व्यापार के लिए भारत पर 25 प्रतिशत जुर्माना लगाने की घोषणा की; इस बीच, वह यूक्रेन के खिलाफ युद्ध को लेकर मास्को को घेरने की कोशिश कर रहे हैं'.
पुतिन ने आगे कहा कि रूस दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को बहुत महत्व देता है और कई क्षेत्रों में 'रचनात्मक द्विपक्षीय सहयोग' का विस्तार करने की इच्छा व्यक्त करता है. हम भारत के साथ अपनी विशेष, विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को बहुत महत्व देते हैं.'
FAQ
सवाल- पुतिन के बयान के मायने क्या हैं?
जवाब- भारत की आजादी के 80 साल पूरे होने के मौके पर पुतिन द्वारा भारत के नागरिकों का सम्मान ये बताता है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन, भारत और रूस के द्विपक्षीय रिश्तों को और अधिक मजबूत करना चाहते हैं. शुभकामना संदेश में उनका ये लिखना- 'संयुक्त प्रयासों से, हम विभिन्न क्षेत्रों में रचनात्मक द्विपक्षीय सहयोग का विस्तार करते रहेंगे. ये हमारे मित्रवत लोगों के हितों के पूर्णतः अनुरूप होने के साथ क्षेत्रीय एवं वैश्विक स्तर पर सुरक्षा एवं स्थिरता को सुदृढ़ करने में सहायक है.' इसकी पुष्टि करता है.
सवाल- भारत-रूस के कैसे रिश्ते रहे हैं?
जवाब- जब-जब पाकिस्तान ने अमेरिका से मिले टैंको और फाइटर जेट्स के दम पर भारत को आंख दिखाने यानी जंग लड़ने की कोशिश की है, तब-तब रूस ने भरोसेमंद मित्र बनकर भारत का साथ निभाया है. रूस ने भारत को शक्तिशाली पनडुब्बियों से लेकर कई फाइटर जेट्स मुहैया कराए, जिसके चलते भारत की जल-थल-नभ तीनों सीमाएं सदा-सर्वदा सुरक्षित रही हैं.