Russia Ukraine War Update: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा है कि यूक्रेन में शांति समझौते के लिए सैनिकों की तैनाती को लेकर सभी यूरोपीय देश सहमत नहीं हैं. केवल कुछ ही देश इस मिशन में शामिल होने को तैयार हैं. मैक्रों ने बताया कि फ्रांस और ब्रिटेन मिलकर कुछ अन्य देशों के साथ एक आश्वासन बल तैयार करने की योजना बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह फैसला सर्वसम्मति से नहीं हुआ है. लेकिन इसके लिए सर्वसम्मति की जरूरत भी नहीं थी.
युद्ध के अहम मोड़ पर शिखर सम्मेलन
फ्रांस ने यूक्रेन और उसकी सेना को मजबूत करने के लिए एक शिखर सम्मेलन की मेजबानी की. जिसमें करीब 30 देशों के नेता, नाटो (NATO) और यूरोपीय संघ (EU) के प्रमुख शामिल हुए. यह सम्मेलन तब हुआ जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव के चलते युद्ध विराम को लेकर कूटनीतिक प्रयास तेज हो गए हैं. ब्रिटेन के अधिकारियों के अनुसार, प्रस्तावित सैन्य बल में 10,000 से 30,000 सैनिक हो सकते हैं. यह उन देशों के लिए एक चुनौतीपूर्ण प्रयास होगा जिन्होंने शीत युद्ध के बाद अपनी सेनाओं का आकार छोटा कर लिया था. लेकिन अब वे फिर से सैन्य क्षमताओं को मजबूत कर रहे हैं.
सैन्य बल की कमान और रणनीति पर सवाल
इस बल के गठन के बाद यह बड़ा सवाल बना रहेगा कि इसकी कमान कौन संभालेगा और रूस द्वारा शांति समझौते के किसी उल्लंघन पर किस तरह प्रतिक्रिया दी जाएगी. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर के कार्यालय ने कहा कि यूरोप और अन्य क्षेत्रों के सैन्य एक्सपर्ट इस प्रस्तावित बल की संरचना पर गहन विचार कर रहे हैं. वे इसमें विमान, टैंक, सैनिकों, खुफिया जानकारी और रसद सहित यूरोप की सैन्य क्षमताओं का व्यापक विश्लेषण कर रहे हैं.
ट्रंप के दबाव में यूरोप के लिए परीक्षा की घड़ी
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार यूरोपीय देशों पर सैन्य खर्च बढ़ाने और अमेरिकी सेना पर निर्भरता कम करने का दबाव बना रहे हैं. ऐसे में यह देखना अहम होगा कि यूरोपीय देश इस प्रस्तावित सैन्य बल को लेकर क्या निर्णय लेते हैं.
(एजेंसी इनपुट के साथ)