Last Updated:September 08, 2025, 18:13 IST
Rajasthan News: बारां में द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के दौरान शिक्षा मंत्री मदन दिलावर की भतीजी देर से पहुंचने पर परीक्षा से वंचित हो गई. मंत्री ने खुद फोन पर साफ कह दिया कि 'रूल इज रूल'. इस फैसले ने ल...और पढ़ें
Jaipur: बारां जिले में रविवार को आयोजित द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के दौरान एक अनोखा मामला सामने आया. शिक्षा मंत्री मदन दिलावर की भतीजी सीमा परिहार परीक्षा केंद्र पर देर से पहुंच गई थी. निर्धारित समय गुजर जाने के बाद केंद्र पर गेट बंद कर दिया गया और उसे प्रवेश नहीं मिला. सीमा और उसके माता-पिता ने अधिकारियों से गुहार लगाई लेकिन किसी ने भी नियम तोड़ने की अनुमति नहीं दी
इस दौरान छात्रा सीमा परिहार ने अपने फूफा और प्रदेश के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को फोन लगाकर मदद मांगी. आम तौर पर ऐसे मामलों में लोग रिश्तेदारी का फायदा उठाने की कोशिश करते हैं लेकिन मंत्री ने साफ इंकार कर दिया. उन्होंने दो टूक कहा – “नियम सबके लिए समान हैं. किसी भी छात्र को देर से आने पर प्रवेश नहीं मिल सकता, चाहे वह मेरी भतीजी ही क्यों न हो”
मंत्री ने रखा नियम को सबसे ऊपर
मदन दिलावर ने अपने जवाब से यह साफ कर दिया कि कानून और नियम के सामने कोई रिश्तेदारी मायने नहीं रखती. इस फैसले से परीक्षा केंद्र पर मौजूद अधिकारी भी सख्त नजर आए और उन्होंने छात्रा को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी. अंततः सीमा परिहार को बिना परीक्षा दिए ही लौटना पड़ा
ग्रामीणों और लोगों ने दी प्रतिक्रिया
इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. ग्रामीणों और परीक्षार्थियों ने शिक्षा मंत्री की ईमानदारी और सख्ती की सराहना की. कई लोगों ने कहा कि यह एक बड़ा उदाहरण है जो बाकी नेताओं और अफसरों के लिए प्रेरणा बन सकता है. वहीं कुछ लोगों ने छात्रा के साथ सहानुभूति जताई लेकिन यह भी माना कि समय की पाबंदी का पालन हर किसी के लिए जरूरी है.
संदेश साफ: नियम सबके लिए समान
इस घटना ने साफ संदेश दिया कि नियम और कानून के आगे कोई भी अलग नहीं है. चाहे व्यक्ति मंत्री का रिश्तेदार ही क्यों न हो. शिक्षा मंत्री का यह उदाहरण न केवल ईमानदारी का प्रतीक है, बल्कि दूसरों के लिए भी अनुशासन और समय पाबंदी का सबक है.
Location :
Jaipur,Jaipur,Rajasthan
First Published :
September 08, 2025, 18:13 IST