Last Updated:April 12, 2025, 08:07 IST
Nalanda News: आर्मी के जेसीओ और उनकी पत्नी के साथ मारपीट की घटना को सेना ने गंभीरता से लिया है और बिहार पुलिस की करतूत पर गहरी नाराजगी जताई है. हालांकि, इस मामले में एसएचओ को निलंबित कर दिया गया है और आईजी जांच...और पढ़ें

नालंदा पुलिस पर आर्मी के जवान और उनकी पत्नी के साथ बर्बरता का आरोप.
हाइलाइट्स
बिहार पुलिस ने सेना के जेसीओ और उनकी पत्नी से मारपीट की.आरोपी एसएचओ निलंबित हुआ, आईजी ने जांच का आदेश दिया.बिहार पुलिस के डीजी ने सेना को निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया.नालंदा. हाल में ही आपने कई खबरें ऐसी देखी-सुनी होंगी जिसमें बिहार पुलिस के अपराधियों से पिटने की बात सामने आई है. इन अपराधियों पर नकेल कस पाने में नाकाम बिहार पुलिस इसकी खीझ शायद आम आदमी पर ही उतारने लगी है. नालंदा में आर्मी के जवान, उनकी पत्नी और परिजनों से मारपीट की घटना कुछ ऐसी ही लगती है. नालंदा पुलिस की बर्बरता का मामला सामने आने पर सेना के अधिकारियों ने इसे गंभीरता से लिया है. अपने एक जूनियर कमीशन अधिकारी और उनकी पत्नी के साथ बिहार पुलिस की मारपीट और दुर्व्यवहार पर सेना के अफसरों ने गहरी नाराजगी जताते हुए बिहार के डीजी पुलिस से मुलाकात की और नाराजगी जाहिर की. इसके बाद बिहार पुलिस ने कार्रवाई करते हुए स्थानीय तेल्हारा थानाध्यक्ष राजेश कुमार ठाकुर को निलंबित कर दिया और अब इस मामले में आईजी स्तर की जांच का आदेश दिया गया है. डीजीपी बिहार ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए सहयोग का आश्वासन दिया है. इस बीच आर्मी यूनिट के ऑफिसर कमांडिंग ने पीड़ित जेसीओ और परिवार से उनके घर पर भी मुलाकात की और उनका हाल-चाल जाना. बता दें कि जेसीओ और उनकी पत्नी के साथ नालंदा पुलिस ने यह दुर्व्यवहार तब किया गया था वह और उनकी पत्नी छुट्टी पर अपने गांव गए हुए थे. दंपती को 9 अप्रैल 2025 की आधी रात को बिहार के तेल्हारा पुलिस स्टेशन से पहुंची पुलिस टीम में शामिल जवानों ने जेसीओ के साथ मारपीट की और उनको घर से हिरासत में ले लिया था. इनकी पत्नी और परिजनों के साथ भी मारपीट की गई थी.
जानकारी के अनुसार, पूरी घटना कुछ यूं थी. नालंदा जिले की तेल्हारा थाना क्षेत्र के चांदपुर गांव में पुलिस ने डीएसपी हिलसा 2 गोपाल कृष्ण के सामने ही इस मारपीट की घटना को अंजाम दिया था. बताया जा रहा है कि अजीत कुमार और उनकी पत्नी चैती छठ में गांव आए थे. उनके सरपंच भाई मंटू कुमार पर दुष्कर्म का केस दर्ज कराया गया है और उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस रात में पहुंची थी. बबताया जा रहा है कि पुलिस दीवार फांदकर घर में दाखिल हुई और इसी घटनाक्रम के दौरान सेना में जेसीओ अजीत कुमार, उनकी पत्नी और भतीजे के साथ पुलिस ने बेरहमी से पिटाई की.
बिहार पुलिस ने महिलाओं को भी नहीं छोड़ा
आर्मी जवान का आरोप है कि रेप केस के आरोपी के मंटू कुमार के नहीं मिलने पर पुलिस गाली-गलौच पर उतर आई और महिलाओं से बदसलूकी करने लगी. इसका विरोध करने पर धमकी देकर लौट गई. फिर करीब घंटे भर बाद डीएसपी-2 गोपाल कृष्ण आधा दर्जन थाना की पुलिस के साथ पहुंच गए. सूबेदार, उनकी पत्नी, भाभी, भतीजी, बहन और एक परिजन को घर से खींचकर एक किलोमीटर दूर सुनसान स्थान पर ले गई, जहां सभी महिलाएं और बच्चों को सड़कों पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया.
जेसीओ अजीत कुमार की पत्नी के साथ बर्बर तरीके से मारपीट की गई.
बिहार पुलिस की बर्बरता का वीडियो आया सामने
बता दें कि बाद में इस घटना वीडियो सोशल मीडिया में भी तेजी से वायरल हुआ था. जख्मी फौजी के शरीर पर कई चोट के कई निशान थे. वहीं हिलसा डीएसपी 2 गोपाल कृष्ण ने घटना के संबंध में बताया कि पुलिस दुष्कर्म केस के आरोपी मंटू के घर छापेमारी करने गई थी. जहां उनके परिजनों ने छापेमारी का विरोध करते हुए पुलिस कार्य में बाधा उत्पन्न किया. इस मामले में आर्मी जवान अजीत और मंटू के पुत्र दीपक को आरोपित कर केस दर्ज किया गया.
बिहार पुलिस के आरोपी अफसर पर कार्रवाई कब?
बता दें कि जेसीओ अजीत कुमार अमृतसर में आर्मी में सब इंस्पेक्टर के रूप में कार्यरत हैं. हालांकि मामले के संज्ञान में आते ही आईजी गरिमा मलिक मौके पर पहुंची थीं और मामले की जांच भी की थीं. वहीं अब सेना के अधिकाकारियों की नाराजगी को संज्ञान में लेते हुए पुलिस ने एसएचओ को निलंबित तो कर दिया है, लेकिन देखना होगा कि जिस डीएसपी के आदेश से और जिनके सामने यह बर्बरता की गई उस पर बिहार पुलिस सख्त एक्शन लेती है या नहीं.
First Published :
April 12, 2025, 07:38 IST