Last Updated:April 26, 2025, 10:06 IST
India-Pakistan Tension News: पहलगाम में निर्दोष हिन्दुओं की हत्या के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया है. बॉर्डर से लेकर देश के अंदरुनी हिस्सों में भ्ज्ञी इसका असर देखा जा रहा है. भारत सरकार ने...और पढ़ें

भारत सरकार के अल्टीमेटम के बाद अटारी-वाघा बॉर्डर पर वापस जाने वाले पाकिस्तानियों का तांता लगा हुआ है. (फोटो: पीटीआई)
नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में हिन्दुओं के नरसंहार का असर हर तरफ देखा जा रहा है. बॉर्डर से लेकर देश के अंदर भी पहलगाम नरसंहार का प्रभाव पड़ रहा है. भारत सरकार ने वैलिड वीजा के साथ आए पाकिस्तानी नागरिकों को तय समयसीमा के अंदर देश छोड़ने का आदेश दिया है. इसके साथ ही केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को भी पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर उन्हें वापस भेजने को कहा है. अब दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने केंद्र प्रशासित क्षेत्र में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को वॉर्निंग दी है और कहा कि ऐसे सभी पाकिस्तानियों की पहचान कर यहां से बाहर किया जाएगा. हालांकि, सरकार ने कुछ अपवाद रखे हैं. मेडिकल वीजा पर आए पाकिस्तानी नागरिकों को 29 अप्रैल 2025 तक का वक्त दिया गया है. डिप्लोमेटिक और लॉन्ग टर्म वीजा पर भारत आए पाकिस्तानी नागरिकों को इससे छूट दी गई है. अधिकारियों की ओर से दस्तावेज मांगे जाने पर पाकिस्तान से आए लोगों को वैलिड डॉक्यूमेंट दिखाना होगा.
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार केंद्र के आदेश का कड़ाई से पालन करा रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी पाकिस्तानी नागरिक देश छोड़ने के लिए निर्धारित समय सीमा से आगे भारत में न रहे. भारत ने गुरुवार को घोषणा की कि पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी वीजा 27 अप्रैल से रद्द कर दिए जाएंगे और पाकिस्तान में रहने वाले भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द घर लौटने की सलाह दी गई. 22 अप्रैल को पहलगाम हिनदू नरसंहार में 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें ज्यादातर पर्यटक थे. सूत्रों के अनुसार, गृह मंत्री ने व्यक्तिगत रूप से सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को फोन किया और उनसे यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि कोई भी पाकिस्तानी समय सीमा से आगे भारत में न रहे.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
April 26, 2025, 10:03 IST