Last Updated:March 07, 2025, 14:26 IST
ISRO second launchpad: इसरो का दूसरा रॉकेट लॉन्च पैड अब तमिलनाडु के कुलसेकरपट्टनम में बनेगा. 2,233 एकड़ भूमि पर निर्माण कार्य शुरू हो गया है.

ISRO का दूसरा लॉन्च पैड जल्द बनकर होगा तैयार
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का मुख्य रॉकेट लॉन्च पैड आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में है. यही से भारत ने अब तक कई ऐतिहासिक मिशन लॉन्च किए हैं. इस केंद्र से पीएसएलवी और जीएसएलवी जैसे रॉकेटों की मदद से देश और दुनिया के कई उपग्रह अंतरिक्ष में भेजे गए हैं.
अब तमिलनाडु में बनेगा नया लॉन्च पैड
तेजी से बढ़ते अंतरिक्ष अभियानों के कारण इसरो अब अपने दूसरे लॉन्च पैड की स्थापना पर काम कर रहा है. तमिलनाडु के थूथुकुडी जिले के कुलसेकरपट्टनम में इस नए लॉन्च पैड के निर्माण की योजना बनाई गई है. इससे इसरो की लॉन्चिंग क्षमता बढ़ेगी और अंतरिक्ष अभियानों को अधिक तेजी से और सुगमता से पूरा किया जा सकेगा.
भूमि अधिग्रहण पूरा, निर्माण कार्य शुरू
कुलसेकरपट्टनम में रॉकेट लॉन्च पैड के निर्माण के लिए 2,233 एकड़ भूमि का अधिग्रहण पूरा हो चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले वर्ष फरवरी में इस महत्वाकांक्षी परियोजना की आधारशिला रखी थी. इसके बाद इसरो ने यहां रोहिणी रॉकेट लॉन्च करने की घोषणा की.
पहली सफल लॉन्चिंग का ऐतिहासिक क्षण
लॉन्च पैड की आधारशिला रखने के तुरंत बाद, कुलसेकरपट्टनम से रोहिणी 6H200 छोटे रॉकेट को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया. इस मिशन के जरिए पहला वायुमंडलीय सर्वेक्षण किया गया. इसरो की योजना के अनुसार, यह रॉकेट 75.24 किमी की ऊंचाई तक पहुंचा और 121.42 किमी की दूरी तय करने के बाद समुद्र में गिर गया.
रॉकेट लॉन्च पैड के निर्माण की शुरुआत
आज इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत कुलसेकरपट्टनम में रॉकेट लॉन्च पैड के निर्माण कार्य की शुरुआत हो गई है. इस मौके पर सतीश धवन अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र के प्रमुख वैज्ञानिक राजाराजन और इसरो के अन्य वैज्ञानिकों ने भूमि पूजन किया. इस लॉन्च पैड के साथ-साथ इसरो का एक विशेष सेवा भवन और प्रक्षेपण कॉम्प्लेक्स भी इसी स्थान पर बनाया जाएगा. इस नए लॉन्च पैड के बनने से इसरो को अधिक स्वतंत्रता मिलेगी और प्रक्षेपण की गति तेज होगी
First Published :
March 07, 2025, 14:26 IST