'अभी तो ये झांकी है..' आर-पार के मूड में इजरायल, उधर ईरान ने अमेरिका को दी खुली चेतावनी

16 hours ago

US-Iran tension: धीरे धीरे ही सही दुनिया एक और युद्ध में प्रवेश कर रही है. इस बार भी युद्ध का केंद्र बिंदु मिडिल ईस्ट है. इजरायल और ईरान में संघर्ष शुरू हो गया है. इसी बीच इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने चेतावनी देते हुए कहा कि सैन्य अभियान यहीं नहीं रुकेगा आगे और भी बड़ा हमला होगा. उन्होंने दावा किया कि बीते 24 घंटे में इजरायली हमले में ईरान के टॉप सैन्य अधिकारी, वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिक, सबसे अहम संवर्धन केंद्र और बैलिस्टिक मिसाइलों का बड़ा हिस्सा तबाह कर दिया गया है. इसके बाद ईरान ने भी पलटवार किया और अमेरिका को भी खरी खोटी सुना दी है.

परमाणु ठिकानों पर एयरस्ट्राइक
असल में नेतन्याहू ने ईरानी जनता को संबोधित करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि ईरानी नागरिक इस दमनकारी शासन के खिलाफ खड़े हों. उन्होंने इस अभियान को Operation Rising Lion बताया और कहा कि इसका उद्देश्य इजरायल को परमाणु और मिसाइल हमलों से मुक्त करना है. यह तब हुआ जब पलटवार करते हुए ईरान ने इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइलों और ड्रोन से बड़ा हमला किया था. हमले के जवाब में इजरायल ने दोबारा ईरान के 200 से ज्यादा सैन्य और परमाणु ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की. 

अमेरिका को ही चेतावनी दी
उधर ईरान ने चेतावनी दी है कि अगर कोई देश इजरायल की रक्षा में सामने आया तो उसके क्षेत्रीय सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाया जाएगा. ये बयान अमेरिका द्वारा इजरायली मिसाइलों को इंटरसेप्ट करने में मदद की खबरों के बाद आया. इसका मतलब यह हुआ उसने अमेरिका को ही चेतावनी दी है. ईरानी अधिकारी ने साफ कहा कि अगर कोई भी देश ईरान के खिलाफ इजरायल का साथ देगा तो उसे भी जवाबी कार्रवाई झेलनी होगी.

इजरायल की कार्रवाई आत्मरक्षा में?
इधर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक में अमेरिका ने स्पष्ट किया कि इजरायल की कार्रवाई आत्मरक्षा में थी और अमेरिका हमलों में शामिल नहीं था. अमेरिकी प्रतिनिधि मैकॉय पिट ने कहा कि अमेरिका की प्राथमिकता अपने नागरिकों और सैन्य अड्डों की सुरक्षा है. उन्होंने चेताया कि अगर ईरान या उसका कोई समर्थक अमेरिका पर हमला करता है तो इसके गंभीर परिणाम होंगे.

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