Last Updated:October 07, 2025, 13:15 IST
Success Story : भारतीय मूल के अमोल कोहली ने अपने करियर की शुरुआत होटल में प्लेट साफ करने और खाना परोसने से की थी और आज वह अमेरिका में करीब 250 रेस्तरां के मालिक बन गए हैं.

Success Story : जरा फर्ज कीजिए कि 15 साल का एक लड़का अपने खर्चे पूरे करने के लिए होटल में प्लेटें धोता है. ग्राहकों को खाना परोसता है और मेजें साफ करता है. कई साल तक मेहनत करने के बाद जब उसका दिन आता है और सफलता कदम चूमती है तो न सिर्फ उस होटल को खरीदकर मालिक बन जाता है, बल्कि उसके साथ ही कई और होटल व रेस्तरां को भी अपने नाम कर लेता है. यह कहानी किसी फिल्म की नहीं, बल्कि एक भारतीय लड़के की है, जो अपनी कामयाबी की मंजिल तलाशने अमेरिका जाता है.
सपनों जैसी लगने वाली यह कहानी है अमोल कोहली की. अमोल साल 2003 में अमेरिका के एक रेस्तरां फ्रेंडलीज (Friendly’s) में काम करते थे. तब वह हाईस्कूल के छात्र थे और अपने खर्चे पूरे करने के लिए एक्ट्रा टाइम में काम करते थे. उस समय अमोल को एक घंटे के लिए 5 डॉलर मिलते थे. उन्हें होटल की सफाई लेकर, प्लेट धोने और खाने बनाने तक का काम करना पड़ता था. कोहली का कोई काम निर्धारित नहीं था, जो भी उनका मैनेजर बोलता था, उन्हें करना पड़ता था.
नौकर से मालिक बनने का सफर
दो दशक बाद अमोल के नाम एक बड़ी उपलब्धि जुड़ चुकी है. आज वह उसी फ्रेंडलीज होटल रेस्तरां के मालिक हैं. अमोल की कंपनी इनवेस्टमेंट ग्रुप ने फ्रेंडलीज का अधिग्रहण कर लिया है. साथ ही होटल की पैरेंट कंपनी ब्रिक्स होल्डिंग्स और उसके 6 अन्य रेस्तरां के भी मालिक बन गए हैं. हालांकि, इस सौदे को कितने पैसे में पूरा किया गया है, इसका खुलासा नहीं हआ है लेकिन माना जा रहा है कि इसके लिए अमोल की कंपनी ने अरबों डॉलर चुकाए हैं.
रेस्तरां में काम करके सीखा बिजनेस
37 वर्षीय अमोल ने फ्रेंडलीज में वेटर का काम करते हुए कारोबार के सारे गुर सीख लिए और ड्रेक्सेल यूनिवर्सिटी से फाइनेंस और मार्केटिक की पढ़ाई करने के बाद खुद का काम शुरू कर दिया. पढ़ाई के दौरान कई साल तक उन्होंने इस रेस्तरां में काम किया और सारी एबीसीडी सीख ली. अमोल ने बताया कि उन्होंने पढ़ाई पूरी करने के साथ ही इस बिजनेस की सारी बारीकियां सीख डाली. इसमें बिजनेस का बीमा कराने से लेकर, कर्मचारी रखने की लागत और खाने की लागत का भी आकलन कर लिया.
आज 250 रेस्तरां के मालिक
कोहली ने अपनी इनवेस्टमेंट कंपनी बनाकर फ्रेंडलीज के सभी 31 लोकेशन पर स्थित रेस्तरां को भी खरीद लिया है. इसके अलावा क्लीन जूस, ऑरेंज लीफ, रेड मैंगो, स्मूदी फैक्ट्री प्लस किचन, सूपर सलाद और हंबल डोनट को भी अमोल ने खरीद लिया है. इस तरह, आज वह अमेरिका में करीब 250 रेस्तरां के मालिक बन चुके हैं. इस सफलता के साथ ही अमोल के सामने चुनौतियां भी आएंगी. कोविड 19 के समय फ्रेंडलीज की जहां 800 लोकेशन पर रेस्तरां थे, वहीं अब यह संख्या घटकर 100 रह गई है. साल 2020 में यह रेस्तरां चेन दिवालिया भी हो चुकी है और तब इसे ब्रिक्स होल्डिंग्स ने सिर्फ 20 लाख डॉलर में ही खरीद लिया था.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
October 07, 2025, 13:15 IST