अमेरिकी जेल से रिहा हुआ ओसामा बिन लादेन का चहेता, रहम के बदले US को मिली ये सौगात

2 weeks ago

US Taliban Deal: अफगानिस्तान में ड्रग ट्रैफिकिंग और आतंकवाद के मामले में तालिबानी अधिकारियों के कब्जे में कैद 2 अमेरिकी नागरिकों को अमेरिका में कैद एक अफगान नागरिक के बदले एक्सचेंज किया गया है. 'BBC'की रिपोर्ट के मुताबिक मोहम्मद खान नाम का 1 अफगानी नागरिक ड्रग ट्रैफिकिंग और आतंकवाद के आरोपों में कैलिफोर्निया की जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था. 

ये भी पढ़ें- सत्ता मिलते ही ट्रंप का भूचाल, कोस्ट गार्ड की कमांडेंट को किया बर्खास्त, निकाले जा सकते हैं व्हाइट हाउस के सैकड़ों कर्मचारी

कैदियों की हुई अदला-बदली 
मोहम्मद खान को अमेरिकी जेल से रयान कॉर्बेट और विलियम वालेस मैकेंटी नाम के 2 अमेरिकी नागरिकों को अफगानिस्तान की जेल से रिहा करने के बदले सौंपा गया है. यह खबर दोनों अमेरिकी नागरिकों के रिहा होने के बाद सामने आई. अमेरिका और आफगानिस्तान के बीच इस समझौते को लेकर काबुल में तालिबान सरकार की ओर से घोषणा की गई. यह समझौता अमेरिका के पर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के कार्यकाल समापत्त होने से ठीक पहला ही पूरा किया गया. रयान कॉर्बेट के परिवार ने उनकी रिहाई की पुष्टि की है. वहीं विलियम वालेस मैकेंटी के परिवार ने उनकी उन्हें लेकर गोपनीयता की मांग की है. 

2 अमेरिकी नागरिकों के बदले 1 अफगानी नागरिक 
बता दें कि अफगानिस्तान और अमेरिका के बीच इस सौदे को लेकर लगभग 2 साल से बातचीत चल रही थी. सोमवार 20 जनवरी 2025 को डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता सौंपने से पहले यह समझौता पूरा किया गया. समझौते को लेकर तालिबान के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा,' अमेरिका में बंदी बने एक अफगान लड़ाके खान मोहम्मद को 2 अमेरिकी नागरिकों के बदले रिहा कर दिया गया है और उसे वापस मुल्क भेज दिया गया है.' बता दें कि मोहम्मद खान आतंकवादी सरगना ओसामा बिन लादेन का खास माना जाता है. 

ये भी पढ़ें- चीन में अंदरखाने मचा भूचाल, शी के चल रहे बुरे दिन! मुंह मोड़ने लगी सेना-जनता, कौन होगा 'ड्रैगन' का अगला 'बॉस'?

अमेरिकी जेल में बंद अफगानी नागरिक 
खान मोहम्मद अफगानिस्तान में तालिबान का एक सदस्य था, जिसे अमेरिका में सैन्य कार्रवाई के दौरान अफगानिस्तान में ही बंदी बना लिया गया था. साल 2008 में उसे जेल डाल दिया गया था. जो बाइडेन ने अपना पद छोड़ने से पहले खान मोहम्मद की सजा में कटौती कर दी थी. तालिबान ने कैदियों के इस आदान-प्रदान को अमेरिका से लंबी बातचीत का परिणाम बताया और किसी भी मुद्दे को बातचीत के जरिए सुलझाने का सबसे अच्छा तरीका बताया. बता दें कि तालिबान अमेरिका के ग्वांतानामो बे  डिटेंशन कैंप में कैद एक और अफगान नागरिक की रिहाई की भी मांग कर रहा है. 

Read Full Article at Source