आखिर चुनाव से पहले नीतीश सरकार को क्यों याद आए 'बिहार के दूसरे प्रेमचंद'?

6 hours ago

Last Updated:July 27, 2025, 09:41 IST

Bihar Chunav 2025 मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 28 जुलाई को कटिहार के समेली प्रखंड में साहित्यकार अनूप लाल मंडल की प्रतिमा का अनावरण करेंगे. यह कदम आगामी चुनावों में एनडीए के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है.

आखिर चुनाव से पहले नीतीश सरकार को क्यों याद आए 'बिहार के दूसरे प्रेमचंद'?उपन्यासकार स्वर्गीय अनूप लाल मंडल के मूर्ति अनावरण सीएम नीतीश कुमार करेंगे.

हाइलाइट्स

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे अनूप लाल मंडल की प्रतिमा का अनावरण.समेली प्रखंड में अनूप लाल मंडल की प्रतिमा का अनावरण 28 जुलाई को होगा.यह कदम आगामी चुनावों में बिहार में एनडीए के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है.

कटिहार. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आगामी 28 जुलाई को कटिहार के समेली प्रखंड में प्रसिद्ध साहित्यकार अनूप लाल मंडल के प्रतिमा का अनावरण करेंगे. समेली प्रखंड कार्यालय में उनके परिजन और स्थानीय प्रतिनिधियों के लंबे संघर्ष के बाद इस इलाके के लोगों का यह बहुप्रतिक्षित मांग पूरी होने जा रही है. बता दें कि अनूप लाल मंडल, ‘बिहार के दूसरे प्रेमचंद’ कहे जाते हैं. हालांकि, इस आयोजन को कुछ लोग राजनीतिक दृष्टिकोण से भी देख रहे हैं. दरअसल, समेली, बरारी विधानसभा का हिस्सा है और कैवर्त मंडल समाज का गढ़ है. बता दें कि इस समुदाय की आबादी इस क्षेत्र में 12% वोटरों का प्रतिनिधित्व करता है. ऐसे में राजनीति के जानकारों का मानना है कि यह कदम आगामी चुनावों में एनडीए और नीतीश कुमार के लिए निर्णायक वोटों को प्रभावित कर सकता है. विपक्षी कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष संजय कुमार सुमन भी मानते हैं कि यह अनावरण मंडल समाज के वोटरों को एनडीए की ओर आकर्षित करेगा. चुनावी गणित से परे सीमांचल की साहित्यिक भूमि पर अनूप लाल मंडल की प्रतिमा स्थापना हर वर्ग और पीढ़ी के लिए गौरव का विषय है. यह आयोजन साहित्य और सामाजिक चेतना को नई दिशा देगा.

बिहार के ‘दूसरे प्रेमचंद’ कहे जाने वाले अनूप लाल मंडल का जन्म 1896 में तत्कालीन पूर्णिया (वर्तमान कटिहार) के समेली में हुआ था. उनके पोते, सेवानिवृत्त आईएएस आदित्य कुमार, बताते हैं कि उनकी पहली रचना 1926 में प्रकाशित हुई और 1982 में निधन तक उन्होंने सामाजिक मुद्दों पर आधारित 22 उपन्यास लिखे जिनमें 19 प्रकाशित हुए. उनकी कृतियों में दर्द की तस्वीर, आवारों की दुनिया, साकी, निर्वासिता, मीमांसा, तूफान और तिनके जैसी रचनाएं शामिल हैं. विशेष रूप से, मीमांसा पर 1940 में निर्देशक किशोर साहू ने सुपरहिट फिल्म बहुरानी बनाई थी. परिजनों और स्थानीय प्रतिनिधियों के लंबे संघर्ष के बाद यह मांग पूरी हो रही है.

स्थानीय साहित्यकारों और परिजनों के प्रयास से होगा प्रतिमा का अनावरण, ऐतिहासिक क्षण को साहित्य प्रेमी और स्थानीय लोग गर्व के साथ देख रहे हैं.

19 उपन्यास की रचना, मूर्ति स्थापना से लोग खुश

बता दें कि अपनी कलम से अपने रचनाओं के माध्यम से इतने लंबे दिनों के बाद अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाली यह शख्सियत किसी कारण से गुमनामी के अंधेरे में खो गयी थी. लेकिन, परिजनों और स्थानीय प्रतिनिधियों के संघर्ष से अब लोग फिर जानने लगे हैं. सूबे के मुख्यमंत्री खुद समेली प्रखंड कार्यालय परिसर पहुंचकर उनके प्रतिमा का अनावरण करेंगे, इससे अलग इस महान विभूति के प्रतिमा के अनावरण को राजनीतिक पंडित राजनीति के चश्मे से भी देख रहे हैं.

कैवर्त समाज के वोट पर है निशाना?

दरअसल, बरारी विधानसभा के इस समेली प्रखंड में बड़ी संख्या में कैवर्त मंडल समाज के निर्णायक वोटर है और इस समाज की यह चिर परिचित मांग थी कि प्रखंड कार्यालय में उनके समाज से आने वाले इस महान विभूति की प्रतिमा का अनावरण हो. चुनाव के समय जातिगत गणित को ध्यान में रखते हुए इस महान विभूति के मूर्ति अनावरण को कुछ लोग इस एंगल से भी देख रहे हैं. बड़ी बात यह है सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्ष के भी यह मानता है कि उपन्यासकार स्वर्गीय अनूप लाल मंडल के मूर्ति अनावरण साहित्य में रुचि रखने वाली हर पीढ़ी, हर जाति, हर वर्ग के लोगों के लिए एक बड़ा सम्मान है.

Vijay jha

पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...और पढ़ें

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