Boat catches fire in DR Congo: उत्तर-पश्चिमी कांगो में आग लगने के बाद एक नाव पलट गई, जिससे कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग लापता हो गए. एक स्थानीय अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि कांगों नदी में मंगलवार देर रात को यह घटना हुई थी, जिसमें कई लोग बुरी तरह झुलस गए हैं और कई व्यक्तियों को बचा लिया गया है.
खाना बनाने से लगी आग
न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय नदी आयुक्त कॉम्पीटेंट लोयोको ने बताया कि नाव में आग तब लगी जब कोई यात्री उसमें खाना बना रहा था. इसके बाद आग तेजी से फैली और देखते ही देखते पूरी नाव को अपनी चपेट में ले लिया. घबराहट में कई यात्री नदी में कूद गए जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे.
तैरना नहीं आता था, चली गई जान
लेकिन उन सबको तैरना नहीं आता था और डूब कर मर गए. हादसे के बाद बुधवार से लापता लोगों की तलाश में रेड क्रॉस और स्थानीय प्रशासन की मदद से बचाव भियान चलाया जा रहा है. मोटर चालित लकड़ी की नाव में लगभग 400 यात्री सवार थे, आग मबंडाका शहर के पास इसमें आग लग गई. उन्होंने बताया कि ‘एचबी कोंगोलो’ नामक नाव मतानकुमु बंदरगाह से बोलोम्बा क्षेत्र के लिए रवाना हुई थी.
करीब 100 लोगों का हो रहा इलाज
हादसे में बचे करीब 100 लोगों को मबांदाका के टाउन हॉल में अस्थायी आश्रय में रखा गया है. इनमें से कई लोग बुरी तरह झुलस गए हैं और उन्हें इलाज की जरूरत है. अल जजीरा के पत्रकार एलन उयकानी ने गोमा से बताया कि कांगो में इस तरह के नाव हादसे अब आम हो गए हैं. उन्होंने कहा कि बचाव टीमें अक्सर अनुभवहीन होती हैं और उनके पास आपात स्थिति से निपटने के लिए जरूरी उपकरण नहीं होते.
कांगो में नाव ही सहारा?
कांगो में सड़कें कम और खराब हालत में हैं, जिसके चलते लोग नदियों के रास्ते लकड़ी की नावों से सफर करते हैं. ये नावें अक्सर जरूरत से ज्यादा भरी होती हैं, जिससे हादसों का खतरा बढ़ जाता है. पिछले कुछ सालों में ऐसे कई हादसों में सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. दिसंबर में, उत्तर-पूर्वी कांगो में एक नाव के पलटने से 38 लोग मारे गए थे, जो क्रिसमस के लिए यात्रा कर रहे थे. वहीं, अक्टूबर में लेक किवु में हुए एक और हादसे में 78 लोगों की मौत हो गई थी.