Last Updated:April 19, 2025, 09:27 IST
India Sri Lanka Relations: प्रधानमंत्री मोदी के कोलंबो दौरे के बाद भारत-श्रीलंका संबंध मजबूत हुए हैं. इस बीच भारत की आपत्ति के बाद श्रीलंका ने पाकिस्तान के साथ त्रिंकोमाली में नौसैनिक अभ्यास रद्द कर दिया.

श्रीलंका ने पाकिस्तान के नौसैनिक अभ्यास की योजना बनाई थी.
हाइलाइट्स
श्रीलंका ने पाकिस्तान संग नौसैनिक अभ्यास रद्द किया.भारत की आपत्ति के बाद श्रीलंका का फैसला.त्रिंकोमाली भारत के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण.बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कोलंबो दौरे के बाद पड़ोसी देश श्रीलंका के साथ रिश्ते और मजबूत हुए हैं. पीएम के दौरे के वक्त भारत ने श्रीलंका में करोड़ों रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास किया. इस दौरान श्रीलंका ने भी भारत को आश्वस्त किया कि वह अपनी धरती का इस्तेमाल भारत के हितों के खिलाफ नहीं होने देगा. इस बीच भारत-श्रीलंका को लेकर एक बड़ी खबर आई है. श्रीलंका त्रिंकोमाली के पास पाकिस्तान के साथ नौसैनिक अभ्यास करने वाला था, लेकिन भारत की आपत्तियों के बाद उस अभ्यास को रद्द कर दिया गया.
भारत और श्रीलंका ने हाल ही में एक रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. इस अभ्यास की योजना इस समझौते से पहले बनाई गई थी. इसके अलावा, भारत, श्रीलंका और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने त्रिंकोमाली को ऊर्जा केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए एक त्रिपक्षीय समझौता भी किया है. सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान का यह कदम भारत को परेशान करने की कोशिश के रूप में देखा गया, क्योंकि त्रिंकोमाली भारत के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है.
पीएम मोदी के दौरे से पहले होने वाला अभ्यास
यह नौसैनिक अभ्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस महीने श्रीलंका यात्रा से कुछ हफ्ते पहले होने वाला था. मोदी की यात्रा के दौरान 5 अप्रैल को भारत और श्रीलंका ने एक ऐतिहासिक रक्षा सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए. यह समझौता दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग को और मजबूत करने के लिए था, जिसमें संयुक्त सैन्य अभ्यास, प्रशिक्षण और रक्षा उद्योग में सहयोग शामिल है. यह समझौता भारत और श्रीलंका के बीच रक्षा संबंधों में एक नया अध्याय शुरू करता है.
त्रिंकोमाली श्रीलंका के पूर्वी तट पर स्थित एक प्राकृतिक बंदरगाह है, जो भारत के समुद्री सुरक्षा हितों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. यह क्षेत्र बंगाल की खाड़ी और उत्तर-पूर्वी हिंद महासागर में प्रभाव बनाए रखने की क्षमता रखता है. भारत पिछले कुछ सालों से त्रिंकोमाली में ऊर्जा बुनियादी ढांचे के विकास में श्रीलंका की मदद कर रहा है. इस क्षेत्र में एक विश्व युद्धकालीन तेल भंडारण सुविधा को पुनर्जनन करने के लिए 2022 में श्रीलंका सरकार, लंका IOC, और सेलोन पेट्रोलियम कॉरपोरेशन ने समझौते किए थे. नए त्रिपक्षीय समझौते में त्रिंकोमाली में एक मल्टी-प्रोडक्ट पाइपलाइन और ऊर्जा केंद्र का विकास शामिल है, जिसमें UAE भी भागीदार है.
भारत को उकसाने की पाक साजिश
पाकिस्तान का प्रस्तावित अभ्यास त्रिंकोमाली के पास होने वाला था, जो भारत के लिए संवेदनशील क्षेत्र है. सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान का यह कदम जानबूझकर भारत को उकसाने की कोशिश थी, खासकर इसलिए क्योंकि पाकिस्तान का करीबी सहयोगी चीन इस क्षेत्र में अपनी मौजूदगी बढ़ाने की कोशिश कर रहा है. पिछले साल श्रीलंका ने विदेशी शोध जहाजों पर एक साल का प्रतिबंध लगाया था, जो मुख्य रूप से चीन के निगरानी जहाजों की गतिविधियों के कारण था. भारत को चिंता थी कि पाकिस्तानी युद्धपोतों की मौजूदगी त्रिंकोमाली में उसकी रणनीतिक स्थिति को प्रभावित कर सकती है.
जैसे ही भारत को इस अभ्यास की योजना का पता चला, कोलंबो में भारतीय उच्चायोग ने श्रीलंका सरकार के साथ इस मुद्दे को उठाया. भारत ने अपनी चिंताओं को स्पष्ट रूप से व्यक्त किया, जिसके बाद श्रीलंका ने अभ्यास को रद्द करने का फैसला किया. पाकिस्तान ने इस फैसले पर आपत्ति जताई, लेकिन श्रीलंका ने भारत के साथ अपने रणनीतिक संबंधों को प्राथमिकता दी. इस घटना पर न तो भारत, न ही श्रीलंका और न ही पाकिस्तान की ओर से कोई आधिकारिक बयान आया है.
First Published :
April 19, 2025, 09:27 IST