Last Updated:June 02, 2025, 18:54 IST
Mysterious Shiv temple: गुजरात के बलराम महादेव मंदिर में हर शाम आरती के समय अचानक कुत्ते आ जाते हैं और अनोखे अंदाज़ में भौंकते हैं. पुजारी इन्हें भैरव का रूप मानते हैं। दिन में ये कहीं नहीं दिखते.

बलराम महादेव मंदिर
गुजरात के बनासकांठा जिले में स्थित बलराम महादेव मंदिर एक रहस्यमयी और चमत्कारी मंदिर माना जाता है. यह पवित्र स्थल पालनपुर शहर से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर घने जंगलों के बीच बसा हुआ है. मंदिर की सुंदरता और शांति तो लोगों को आकर्षित करती ही है, लेकिन यहां होने वाली एक अनोखी घटना ने इसे और भी खास बना दिया है.
आरती के वक्त होता है अद्भुत नज़ारा
हर शाम जब मंदिर में भगवान शिव की आरती शुरू होती है और शंख बजता है, तो एक ऐसा दृश्य देखने को मिलता है जिसे देखकर लोग हैरान रह जाते हैं. आरती के समय अचानक जंगल के बीच से कुत्ते निकलकर मंदिर की ओर आ जाते हैं और अनोखे अंदाज़ में भौंकने लगते हैं. यह दृश्य ऐसा होता है मानो वे भगवान शिव की आरती में शामिल होने आए हों.
दिन में नहीं दिखते कुत्ते, शाम को आते हैं भक्त बनकर
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि दिन के समय मंदिर के आसपास कोई भी कुत्ता नज़र नहीं आता. लेकिन जैसे ही शाम की आरती का समय होता है, ये कुत्ते बिना किसी देरी के मंदिर की ओर बढ़ जाते हैं. जब मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ होती है तो ये कुत्ते मंदिर से थोड़ी दूरी बनाकर आरती के समय भौंकते हैं, मानो किसी नियम का पालन कर रहे हों.
कुत्तों के लिए लाते हैं लोग भोग
यह अद्भुत नज़ारा देख चुके श्रद्धालु बताते हैं कि यह किसी चमत्कार से कम नहीं है. यहां आने वाले भक्त इन कुत्तों के लिए भोजन भी लाते हैं और उन्हें भोग लगाते हैं. यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है और हर कोई इसे भगवान शिव की लीला मानता है.
पुजारी बोले – कुत्ते नहीं, ये हैं भैरव का रूप
मंदिर के पुजारी अभिषेक भट्ट बताते हैं कि ये कोई साधारण कुत्ते नहीं, बल्कि भगवान शिव के गण ‘भैरव’ का रूप हैं. उनका मानना है कि भगवान शिव की आरती में भैरव स्वयं कुत्तों के रूप में शामिल होते हैं और अपने अनोखे तरीके से आरती में भाग लेते हैं. यह मंदिर एक वन क्षेत्र में स्थित है, जिसे वन्यजीवों का घर कहा जाता है, और शिव सभी प्राणियों के देवता हैं — चाहे वो इंसान हों, जानवर हों या राक्षस.
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