Last Updated:April 16, 2025, 15:06 IST
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जब से अपनी नमाज पढ़ने की बात बताई, बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को तुरंत पश्चिम बंगाल आने का न्योता दे दिया है. अधिकारी चाहते हैं कि योगी...और पढ़ें

पश्चिम बंगाल बीजेपी के नेता सुवेंदु अधिकारी चाहते हैं कि यूपी के सीएम योगी आदित्य नाथ तुरंत बंगाल पहुंच कर हिंदुओं की हिफाजत करें.
हाइलाइट्स
मौलवियों की सभा में सर्वधर्म समभाव के नाम पर 'नमाज' की यादमुर्शीदाबाद हिंसा की यादें अभी तक ताजी हैंबीजेपी योगी के नाम से दे रही है संदेशपश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बताया है कि वे हर साल ईद के मौके पर नमाज पढ़ती हैं. उन्होंने यह भी बताया कि वे रेड रोड जाकर वहां नमाज पढ़ती हैं. उन्होंने यह रहस्योद्घाटन मुर्शीदाबाद हिंसा की घटना के बाद किया. सर्वधर्म समभाव का घोष करते हुए ममता दी ने ये बातें कोलकाता में चोटी के मौलवियों की एक सभा में कही. उनके इस बयान के बाद उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को बंगाल में बुलाने की मांग उठने लगी. पश्चिम बंगाल बीजेपी के नेता सुवेंदु अधिकारी ने योगी महाराज को तुरंत बंगाल आने का न्योता दिया है.
दोनों बातें विचार के लायक हैं. एक तो यह माना जाता है कि ममता बनर्जी सेक्यूलर हैं, फिर उन्हें यह बताने की जरूरत क्यों पड़ रही है कि वे ईद के मौके पर नमाज पढ़ने जाती हैं. अगर मौका ईद मिलन का होता तो कहने-सुनने का कारण होता. यहां तो लग रहा है कि चुनावों से पहले यह बताने की कोशिश हो रही है. हालांकि ममता बनर्जी के समर्थक दलील दे सकते हैं कि उन्होंने सर्वधर्म समभाव की बात की है. लेकिन यह खटकता है कि मौलवियों के बीच ही सर्वधर्म समभाव की बातें की जाएं. कोई ऐसी सभा होती जहां सद्भावना की ही बात हो रही होती और सभी वर्गों के लोग होते तो यह बात ज्यादा जंचती. चुनाव के पहले इस तरह के बयान पर अदम गोंडवी का ख्याल आ जाता है. उन्होंने कहा था –
इलेक्शन भर मुसलमानों से हम रुमाल बदलेंगे,
अभी बदला है चेहरा आगे चाल बदलेंगे.
खैर, अदम साहब कवि हैं. उन्होंने किसी संदर्भ में यह कहा होगा. लेकिन नमाज पढ़ने के ममता के बयान के बाद जो हुआ वह अहम है. बंगाल के बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को तुरंत बंगाल आकर हिंदुओं को बचाने के लिए कहा है. ऐसा लगता है कि मुर्शीदाबाद हिंसा के बाद से ममता पर लगातार हमलावर चल रहे बीजेपी नेता अधिकारी को ममता बनर्जी ने नमाज वाली बात से एक मौका दे दिया है. सर्वधर्म समभाव और यहां तक कि अल्पसंख्यकों की हिफाजत की बात तो कही जा सकती है, लेकिन इस तरह से मौलवियों के बीच कही गई बात कहीं न कहीं चुनाव से जुड़ सकती है. इस बात को मुख्यमंत्री ममता भी बहुत अच्छे से समझती हैं.
मुर्शीदाबाद हिंसा के अलावा अभी वक्फ पर भी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है. इस लिहाज से भी अभी राजनेताओं को बोलने में अतिरिक्त सावधानी रखनी चाहिए. अगर एक तरफ से कोई बात उठेगी तो दूसरी तरफ उसका रिएक्शन इसी तरह से होगा. आखिर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किस तरह से पश्चिम बंगाल के हिंदुओं को बचा सकते हैं, यह बात भी कुछ समझ में नहीं आती. ऐसा लग रहा है कि दोनों तरफ के नेता अपने वोटरों को समेटने का काम कर रहे हैं.
First Published :
April 16, 2025, 15:04 IST