Last Updated:July 07, 2025, 15:38 IST
Udaipur Files Finght : उदयपुर के कन्हैयालाल टेलर मर्डर केस पर बनी फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' (Udaipur Files) पर विश्व हिन्दू परिषद ने जमीयत उलेमा-ए-हिंद के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. जमीयत की ओर से इस मामले में सुप्र...और पढ़ें

विश्व हिंदू परिषद ने कहा हम 'उदयपुर फाइल्स' फिल्म का पूरी तरह समर्थन करते हैं.
हाइलाइट्स
विहिप ने उदयपुर फाइल्स का समर्थन किया.जमीयत ने फिल्म पर रोक लगाने की मांग की.फिल्म पर विवाद से सांप्रदायिक माहौल बिगड़ने की आशंका.जयपुर. राजस्थान के उदयपुर के बहुचर्चित कन्हैयालाल मर्डर केस पर बनी फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ (Udaipur Files) को लेकर शुरू हुआ विवाद अब बढ़ने लग गया है. जमीयत उलेमा-ए-हिंद की ओर से फिल्म पर रोक लगाए जाने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल किए जाने पर विश्व हिंदू परिषद ने कड़ा विरोध जताया है. विहिप ने जमीयत-उलेमा-ए-हिंद को आतंकवादियों का समर्थन करने वाला संगठन बताया है. विश्व हिंदू परिषद ने कहा हम ‘उदयपुर फाइल्स’ फिल्म का पूरी तरह समर्थन करते हैं.
परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमितोष पारीक ने कहा कि अगर जिहाद के नाम पर की गई कन्हैयालाल की हत्या का सच सामने आता है तो उससे जमीयत के पेट में क्यों दर्द हो रहा है? सच्चाई सबके सामने आनी ही चाहिए. फिल्में समाज का आईना होती है और हमेशा हकीकत दिखाने के लिए जानी जाती है. ‘कश्मीर फाइल्स’ से लेकर ‘केरल स्टोरी’ और ‘साबरमती’ समेत तमाम फिल्मों ने सच्चाई को लोगों के सामने लाने का काम किया है. इन फिल्मों के रिलीज होने पर कोई हंगामा नहीं हुआ और ना ही माहौल खराब हुआ तो फिर ‘उदयपुर फाइल्स’ के रिलीज होने पर माहौल कैसे खराब होगा?
जमीयत ने हमेशा आतंकवादियों की मदद की है
अमितोष ने कहा कि जमीयत के लोग सच्चाई को सामने आने से रोकने के लिए फिल्म पर पाबंदी लगाई जाने की मांग कर रहे हैं. उनकी यह मांग पूरी तरह से गलत है. फिल्म को रिलीज होना चाहिए और सच्चाई लोगों के सामने आनी चाहिए. विश्व हिंदू परिषद इस फिल्म के समर्थन में है. उन्होंने आरोप लगाया कि जमीयत ने हमेशा आतंकवादियों की मदद की है. तमाम आतंकी घटनाओं के आरोपियों को कानूनी मदद मुहैया कराई है.
फिल्म रिलीज होनी चाहिए और सच्चाई सामने आनी चाहिए
उन्होंने सवाल उठाया कि जमीयत आखिर क्यों चाहती है कि फिल्म रिलीज ना हो. फिल्म को रिलीज होना चाहिए और सच्चाई लोगों के सामने आनी चाहिए कि किस तरह से धर्म के नाम पर जिहाद का हवाला देकर न सिर्फ तलवार से कन्हैया लाल की गर्दन काटी गई बल्कि उसका वीडियो बनाकर उसे प्रचारित पर किया गया. जमीयत का नारा ही ‘सिर तन से जुदा’ है.
जमाअत-ए-इस्लामी हिंद ने की राष्ट्रपति से दखल की मांग
जमाअत-ए-इस्लामी हिंद ने भी इस मामले में राष्ट्रपति से दखल दिए जाने की भी गुहार लगाई है. वह गवर्नर के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भी भेजेगा. इसके अलावा राजस्थान हाईकोर्ट में PIL पीआईएल भी दाखिल की जाएगी. यह पीआईएल एक-दो दिन में दाखिल की जाएगी. संगठन के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद नाजिम का कहना है कि फिल्म अगर रिलीज हुई तो उससे देश का सांप्रदायिक माहौल बिगड़ेगा. फिल्म में इस्लाम धर्म को टारगेट कर उसे बदनाम करने की कोशिश की गई है.
संगठन ने सेंसर बोर्ड की भूमिका पर भी सवाल उठाए
नाजिम का कहना है कि फिल्म के पीछे सस्ती लोकप्रियता और सियासी साजिश है. देश में नफरत फैलाने वाली पार्टी इस फिल्म को प्रमोट करना चाह रही है. उनके मुताबिक विश्व हिंदू परिषद इसी वजह से फिल्म के समर्थन में आ गया है. जमाअत के मीडिया प्रभारी मोहम्मद नासिर का कहना है कि लोकतांत्रिक तरीके से फिल्म का विरोध करेंगे. फिल्म को रिलीज नहीं होने देंगे. संगठन ने सेंसर बोर्ड की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं.
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.
Location :
Jaipur,Jaipur,Rajasthan