'उद्धवजी, इधर आ जाइए', फडणवीस ने दिया ऑफर, गठबंधन पर राज ठाकरे ने साधी चुप्पी

5 hours ago

Last Updated:July 16, 2025, 17:14 IST

महाराष्ट्र विधानसभा में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे को संबोधित करते हुए कहा, '2029 तक हमारा वहां (विपक्ष) जाने का कोई स्कोप नहीं, आप इस तरफ (सत्ता पक्ष) आने का विचार कर सकते हैं'.

'उद्धवजी, इधर आ जाइए', फडणवीस ने दिया ऑफर, गठबंधन पर राज ठाकरे ने साधी चुप्पी

'हम वहां (विपक्ष) नहीं जाएंगे, आप यहां आ सकते हैं', सदन में उद्धव से बोले फडणवीस.

मुंबई: महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है. विधान परिषद में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे को सत्ता पक्ष में आने का सार्वजनिक न्योता दे दिया है. फडणवीस ने हंसते हुए कहा कि ’29 तक तो कोई स्कोप नहीं है… लेकिन उद्धवजी, आपको यहां (सत्ता पक्ष) में शामिल करने पर विचार किया जा सकता है.’ फडणवीस ने भले ही हल्के-फुल्के अंदाज में तंज कसा, लेकिन इसके सियासी मायने गहरे हैं. ये बयान ऐसे वक्त में आया है जब उद्धव ठाकरे लगातार भाजपा और शिंदे सरकार पर हमलावर हैं और राज्य में स्थानीय चुनावों को लेकर विपक्ष एकजुटता की कोशिशों में जुटा है.

#WATCH | In the Maharashtra Assembly, CM Devendra Fadnavis says, “At least till 2029, there is no scope for us to come there (opposition). Uddhav Ji can think about the scope of coming to this side (ruling party) and that can be thought about in a different way, but there is… pic.twitter.com/jMlounhLpL

उधर राज ठाकरे की चुप्पी ने बढ़ाई हलचल

उसी दिन महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे के साथ संभावित गठबंधन पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा कि मीडिया ने उनके नाम से बयान चलाए जो उन्होंने दिए ही नहीं.

राज ठाकरे ने साफ किया कि इगतपुरी में आयोजित मनसे पदाधिकारियों के सम्मेलन के दौरान पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत हुई थी. ‘मुझसे शिवसेना (उबाठा) से गठबंधन को लेकर सवाल पूछा गया, तो मैंने हल्के अंदाज़ में कहा कि क्या मुझे अब आपके साथ गठबंधन की रणनीति पर चर्चा करनी चाहिए?’ उन्होंने यह भी कहा कि कुछ पत्रकारों ने इस बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया और यह दिखाया कि नगर निगम चुनाव से पहले गठबंधन की संभावना पर विचार होगा.

राज ठाकरे ने कहा कि अनौपचारिक बातचीत को ‘बयान’ की तरह पेश करना पत्रकारिता की गरिमा के खिलाफ है. उन्होंने पत्रकारों को भी नसीहत देते हुए कहा कि वह भी 1984 से पत्रकारिता से जुड़े हैं और कुछ का बर्ताव शोभनीय नहीं रहा.

ठाकरे भाइयों की दुर्लभ जुगलबंदी

5 जुलाई को हुए ‘विजय उत्सव’ के मंच पर उद्धव और राज ठाकरे दो दशक बाद साथ दिखे थे. मंच का उद्देश्य महाराष्ट्र सरकार के उस आदेश को रद्द कराने का जश्न मनाना था, जिसमें राज्य के स्कूलों में पहली कक्षा से हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में लागू करने की बात थी. यह मंच मराठी अस्मिता की जीत के रूप में देखा गया.

इस मंच ने राजनीतिक गलियारों में यह अटकलें तेज कर दी थीं कि ठाकरे परिवार के दोनों धड़े एक बार फिर साथ आ सकते हैं, खासकर मुंबई और अन्य नगर निगम चुनावों से पहले. लेकिन जहां उद्धव इस गठबंधन के प्रति उत्साहित दिख रहे हैं, वहीं राज ठाकरे ने फिलहाल चुप्पी साध रखी है.

Deepak Verma

Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak's journey began with print media and soon transitioned towards digital. He...और पढ़ें

Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak's journey began with print media and soon transitioned towards digital. He...

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Mumbai,Maharashtra

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