Justice For Yoon Ji-Ah: दक्षिण कोरिया की फेमस टिकटॉकर यून जी आह की हत्या की पुष्टि हो गई है. जानकारी के अनुसार, दक्षिण कोरियाई टिकटॉकर यून जी आह अपने आखिरी लाइवस्ट्रीम के बाद एक पहाड़ पर मृत पाई गईं थी. यून जी आह के टिकटॉक पर 3 तीन लाख से ज्यादा फॉलोअर थे. पुलिस जांच में सामने आया है कि यून जी आह हत्या उनके एक फॉलोअर द्वारा की गई थी जो खुद को एक सफल सीईओ बताता था लेकिन असल में वह गंभीर आर्थिक संकट में था. आरोपी की पहचान चोई नामक व्यक्ति के रूप में हुई है. जानकारी के अनुसार, चोई ने यून जी आह को आर्थिक मदद की थी. चोई ने यून जी आह को करीब 70000 डॉलर (लगभग 58 लाख रुपये) की मदद की थी. उसने यह राशि नकली पहचान और झूठे दावों के तहत दी थी ताकि वह यून के करीब आ सके.
आरोपी ने कबूला अपना गुनाह
जांच एजेंसियों के अनुसार, यून की हत्या उनकी लाइव स्ट्रीम खत्म होने के लगभग 30 मिनट बाद की गई थी. मेडिकल रिपोर्ट में बताया गया कि उनकी मौत दम घुटने के कारण हुई थी. सीसीटीवी फुटेज में चोई को यून से माफी मांगते और घुटनों के बल बैठा देखा गया जिसके कुछ ही समय बाद यह अपराध हुआ. चोई ने यून को उनकी कार में जबरन घसीटा और फिर मारपीट के बाद गला घोंटकर हत्या कर दी.
हत्या के बाद चोई ने यून का शव पहाड़ से नीचे फेंक दिया और पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की. हालांकि, घटनास्थल से मिले सबूत और चोई की गतिविधियों पर नजर रखने के बाद पुलिस ने उसे 12 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया. शुरुआत में वह खुद को निर्दोष बताता रहा लेकिन यून का शव मिलने के बाद उसने अपना अपराध कबूल कर लिया.
यून जी आह की निर्मम हत्या ने पूरे कोरिया को झकझोर दिया है. इस घटना ने सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स की सुरक्षा को लेकर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि यह मामला डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर बढ़ते जुनूनी और अस्वस्थ फैन कल्चर का गंभीर संकेत है जहां व्यक्तिगत सीमाओं का उल्लंघन एक आम बात बनती जा रही है. कोरिया में इस घटना को लेकर शोक और आक्रोश की लहर है. सोशल मीडिया पर 'Justice for Yoon Ji-ah' ट्रेंड कर रहा है और कंटेंट क्रिएटर्स की सुरक्षा के लिए कड़े कानूनों और नीतियों की मांग उठ रही है.