ऑपरेशन सिंदूर: स्वर्ण मंदिर को बचाने के लिए तोड़ दी गई सदियों पुरानी परंपरा

4 hours ago

Last Updated:May 20, 2025, 08:34 IST

Operation Sindoor and Golden Temple: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने स्वर्ण मंदिर पर पाकिस्तानी हमलों को नाकाम कर दिया. इसके लिए सेना ने आकाश मिसाइल सिस्टम और एंटी मिसाइल गन का उपयोग किया. स्वर्ण मंदिर की...और पढ़ें

 स्वर्ण मंदिर को बचाने के लिए तोड़ दी गई सदियों पुरानी परंपरा

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान ने गोल्डन टेंपल को निशाना बनाया था.

हाइलाइट्स

भारतीय सेना ने स्वर्ण मंदिर पर पाकिस्तानी हमले नाकाम किए.सेना ने आकाश मिसाइल सिस्टम और एंटी मिसाइल गन का उपयोग किया.स्वर्ण मंदिर की रोशनी बंद कर ड्रोन हमलों को रोका गया.

Operation Sindoor and Golden Temple: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सिखों के सबसे पवित्र धर्म स्थल अमृतसर के स्वर्ण मंदिर पर पाकिस्तान ने कई हमले किए थे. लेकिन, भारतीय सेना ने इन सभी हमलों को नाकाम कर दिया. इसके लिए आकाश मिसाइल सिस्टम और एंटी मिसाइल गन का इस्तेमाल किया गया. ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों से हमले की कोशिश की थी. भारतीय सेना के वायु रक्षा के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल सुमेर इवान डी’कुन्हा ने बताया कि स्वर्ण मंदिर के अधिकारियों ने सेना को मंदिर में बंदूकें लगाने की इजाजत दी. यह सब ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हुआ, जब पाकिस्तान ने भारत के धार्मिक और नागरिक स्थानों पर हमला करने की कोशिश की.

स्वर्ण मंदिर की रोशनी पहली बार बंद की गई

न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में लेफ्टिनेंट जनरल डी’कुन्हा ने कहा कि स्वर्ण मंदिर के प्रधान ग्रंथी और प्रबंधन ने सेना को पूरी मदद दी. मंदिर की रोशनी को पहली बार बंद किया गया ताकि पाकिस्तान के ड्रोन को आसानी से देखा जा सके. उन्होंने बताया कि प्रधान ग्रंथी ने हमें बंदूकें लगाने की इजाजत दी. रोशनी बंद करने से हमें ड्रोन को देखने और उनसे निपटने में मदद मिली. इससे भारतीय सेना को पाकिस्तान के हमलों को रोकने में आसानी हुई.

लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा कि सेना को पहले से शक था कि पाकिस्तान धार्मिक स्थानों और आम लोगों को निशाना बनाएगा. उन्होंने कहा कि हमें पता था कि पाकिस्तान हमारे मंदिरों और शहरों पर हमला कर सकता है. वे देश में डर और अशांति फैलाना चाहते थे. इसलिए हमने पहले से तैयारी कर ली थी. सेना ने अपनी वायु रक्षा प्रणाली जैसे आकाश मिसाइल सिस्टम और एल-70 बंदूकों का इस्तेमाल कर हमलों को नाकाम कर दिया.

लेफ्टिनेंट जनरल डी’कुन्हा ने स्वर्ण मंदिर के अधिकारियों का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा कि जब हमने उन्हें खतरे के बारे में बताया तो वे तुरंत तैयार हो गए. उन्होंने हमें बंदूकें लगाने की इजाजत दी ताकि मंदिर को बचाया जा सके. मंदिर की रोशनी बंद करने से आसमान साफ दिखाई दिया और ड्रोन को देखना आसान हो गया. हर दिन लाखों लोग स्वर्ण मंदिर दर्शन के लिए आते हैं, इसलिए इसकी सुरक्षा बहुत जरूरी थी.

हाल ही में हुए भारत-पाकिस्तान तनाव के दौरान पाकिस्तान ने स्वर्ण मंदिर और पंजाब के अन्य शहरों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने की कोशिश की. लेकिन भारतीय सेना ने इन हमलों को पूरी तरह रोक दिया. मेजर जनरल कार्तिक सी. शेषाद्री जो 15वीं इन्फैंट्री डिवीजन के कमांडिंग ऑफिसर हैं ने बताया कि 8 मई की सुबह पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया. लेकिन हमारी सेना तैयार थी. हमारे सैनिकों ने सभी हमलों को नाकाम कर दिया और स्वर्ण मंदिर को कोई नुकसान नहीं हुआ.”

सेना ने दिखाई अपनी ताकत

भारतीय सेना ने एक वीडियो में दिखाया कि कैसे उन्होंने पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइलों को रोका. इसमें आकाश मिसाइल सिस्टम और एल-70 वायु रक्षा बंदूकें इस्तेमाल की गईं. मेजर जनरल शेषाद्री ने कहा कि हमारी खुफिया जानकारी से पता चला था कि स्वर्ण मंदिर उनका मुख्य निशाना है. हमने पहले से तैयारी कर ली थी और पाकिस्तान की सारी कोशिशें नाकाम कर दीं.

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संतोष कुमार

न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...और पढ़ें

न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...

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