Last Updated:July 01, 2025, 14:15 IST
Bihar Assembly Election: पटना के जदयू कार्यालय में पहली बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर ने बिहार की सियासत को नये नजरिये से देखने का जरिया दिया है. सवाल यह कि वर्ष 2025 के...और पढ़ें

जदयू ऑफिस में पहली बार सीएम नीतीश कुमार के साथ पीएम मोदी के तस्वीर वाले पोस्टर लगे.
हाइलाइट्स
जदयू कार्यालय में सीएम नीतीश- पीएम मोदी की तस्वीर से NDA की एकजुटता का संदेश. चुनावी रणनीति का हिस्सा, विधानसभा चुनाव से पहले गठबंधन की मजबूती का प्रदर्शन. नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की साझा तस्वीर ने बिहार की राजनीति में नया मोड़ ला दिया!पटना. बिहार की राजधानी पटना के जदयू प्रदेश कार्यालय में पहली बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की साझा तस्वीर लगाए जाने की खबर ने बिहार की राजनीति में नया मोड़ ला दिया है. यह तस्वीर जिसके साथ नारा लिखा है, महिलाओं की जय जयकार, फिर से एनडीए सरकार. 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की एकजुटता और रणनीति का स्पष्ट संदेश देती है. दरअसल, यह बिहार में विधानसभा चुनाव नवंबर 2025 में संभावित हैं और इस तस्वीर को चुनावी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है.
बता दें कि वर्ष 2024 में जदयू ने यह निर्णय लिया था कि उनके पोस्टरों में केवल नीतीश कुमार की तस्वीर होगी जिससे उनकी नेतृत्वकारी छवि को मजबूत किया जा सके. हालांकि, अब PM मोदी की तस्वीर का शामिल होना एक बड़े सियासी बदलाव का संकेत है. यह कदम न केवल NDA के भीतर नीतीश कुमार और भाजपा के बीच मजबूत तालमेल को बताता है, बल्कि विपक्षी महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव के हमलों का जवाब भी है जिन्होंने चुनाव के बाद नीतीश कुमार को एनडीए में दरकिनार किये जाने के आरोप लगाए हैं.
एनडीए की एकजुटता का संदेश
दरअसल, नीतीश कुमार की छवि को हमेशा से बिहार में विकास पुरुष के रूप में जाना जाता है और उनकी सरकार ने हाल ही में सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना को 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये करने जैसे कदम उठाए हैं. दूसरी ओर पीएम मोदी ने अपनी हालिया बिहार यात्राओं में नीतीश के विकास कार्यों की सराहना की है जिससे दोनों नेताओं के बीच सकारात्मक रिश्ते का संदेश गया है. यह तस्वीर इस रिश्ते को और मजबूत करती है.
NDA के भीतर एकता बनाना लक्ष्य
हालांकि, यह कदम जदयू और भाजपा के बीच सीट-बंटवारे की चर्चाओं और चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) की बढ़ती महत्वाकांक्षा के बीच आया है. दरअसल, चिराग के चुनाव लड़ने की घोषणा ने जदयू के लिए चुनौतियां बढ़ा दी हैं और यह तस्वीर NDA के भीतर एकता बनाए रखने का प्रयास हो सकता है. हालांकि, विपक्ष इस कदम को NDA की कमजोरी के रूप में देख रहा है.
पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...और पढ़ें
पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...
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