Last Updated:February 18, 2025, 18:42 IST
Rajiv Kumar News: राजीव कुमार ईवीएम की प्रभावशीलता, मतदाता आंकड़ों में कथित हेराफेरी और सत्तारूढ़ भाजपा के प्रति ‘नरम’ रवैये समेत कई मुद्दों पर विपक्षी दलों और कार्यकर्ताओं के निशाने पर रहे.

राजीव कुमार 1984 बैच के बिहार/झारखंड कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं. (पीटीआई)
हाइलाइट्स
राजीव कुमार ने मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में कार्यकाल पूरा किया.राजीव कुमार ने चुनाव आयोग में कई सुधार किए.राजीव कुमार ने अपने कार्यकाल में कई चुनावों की देखरेख की.नई दिल्ली. राजीव कुमार का बतौर मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) मंगलवार को चुनाव आयोग (ईसी) में आखिर दिन था. वह हमेशा की तरह की ऑफिस आए. फिर काम खत्म कर सभी अधिकारियों से मिले और खुद ही कार चलाकर वहां से निकल गए. चुनाव आयोग में काम करने वाले सभी अधिकारी उन्हें विदा करने के लिए ऑफिस के दरवाजे तक आए, वहां पर राजीव कुमार ने बारी-बारी से सभी से हाथ मिलाया और फिर मुस्कुराते हुए कार में बैठकर वहां से निकल गए.
कुमार ने मंगलवार को अपने कार्यकाल के अंतिम दिन पीटीआई से कहा कि वह निर्वाचन आयोग को बहुत ही सक्षम हाथों में सौंप रहे हैं और भारतीय मतदाता पूरी ताकत से आयोग के पीछे खड़े होंगे. मीडिया से बातचीत में राजीव कुमार ने अक्सर चुनाव प्रक्रिया पर संदेह जताने वाली याचिकाओं के समय पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि किसी चुनाव से ठीक पहले याचिकाएं दायर करने के पीछे की मंशा निर्वाचन आयोग और पूरी चुनाव प्रक्रिया को बदनाम करना है.
VIDEO | Rajiv Kumar, who oversaw the 2024 Lok Sabha elections and the crucial Jammu and Kashmir assembly polls, demitted office earlier today as the 25th chief election commissioner after a nearly three-year tenure marked with high electoral successes but also repeated… pic.twitter.com/AHyfgxSxgu
— Press Trust of India (@PTI_News) February 18, 2025
पिछले वर्ष लोकसभा चुनाव और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव करवाने वाले राजीव कुमार करीब तीन साल के अपने कार्यकाल के बाद मंगलवार को 25वें मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) के रूप में रिटायर हो गए. इस कार्यकाल के दौरान उनके नाम पर कई उपलब्धियां रहीं, लेकिन विपक्षी दलों ने उन पर बार-बार पक्षपात के आरोप भी लगाए.
कुमार एक सितंबर, 2020 को चुनाव आयुक्त के रूप में निर्वाचन आयोग (ईसी) का हिस्सा बने थे. उन्होंने 15 मई, 2022 को 25वें मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) का पदभार ग्रहण किया था. उन्होंने दोनों ही पदों पर रहकर लगभग साढ़े चार साल तक निर्वाचन आयोग की सेवा की.
निर्वाचन आयोग में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने संरचनात्मक, प्रौद्योगिकी, क्षमता विकास, संचार, अंतरराष्ट्रीय सहयोग और प्रशासन जैसे उसके कामकाज के विभिन्न पहलुओं पर सुधार किए. कुमार ने 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चुनावों, 2022 में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव, 2024 में लोकसभा चुनाव और राज्यसभा चुनावों के संचालन की देखरेख करके एक ‘पूर्ण चुनावी चक्र’ पूरा किया.
हालांकि, वह इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की प्रभावशीलता, मतदाता आंकड़ों में कथित हेराफेरी और सत्तारूढ़ भाजपा के प्रति ‘नरम’ रवैये समेत कई मुद्दों पर विपक्षी दलों और कार्यकर्ताओं के निशाने पर रहे. वैसे तो आयोग आरोपों पर लिखित जवाब देकर उन्हें खारिज करता रहा, परंतु कुमार ने अपना एवं ईसी का बचाव करने के लिए अक्सर कविताओं एवं शेर/शायरी का सहारा लिया.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
February 18, 2025, 18:42 IST