Last Updated:February 18, 2025, 14:50 IST
Indian Railways- भारतीय रेलवे ट्रेनों में सुरक्षित सफर कराने के लिए लगातार अभियान चला रही है. इसमें पकड़े गए ठगों ने बताया कि कभी पति पत्नी बनकर तो कभी दोस्त बनकर सफर करते और रास्ते में वारदात को अंजाम दे ...और पढ़ें

आरपीएफ और जीआरपी ने कई ठगों को किया गिरफ्तार.
हाइलाइट्स
जीआरपी और आरपीएफ ठगों को पकड़ने के लिए चला रही अभियानठग टिकट लेकर एसी क्लास में करते हैं सफरशिकार को भरोसा जीतकर वारदात को देते थे अंजामनई दिल्ली. ट्रेनों में यात्रियों को सुरक्षित सफर कराने के लिए आरपीएफ और जीआरपी मिलकर लगातार अभियान चला रहे हैं और उन्हें सफलता भी मिल रही है. पिछले दिनों ट्रेनों में ठगी करने वाले ऐसे चोरों को गिरफ्तार किया है जो कभी मियां-बीबी बन तो कभी दोस्त बनकर सफर करते थे और मौका मिलते ही हाथ साफ कर देते थे. ऐसे चोर को भी पकड़ा गया जो चोरी करने के लिए एसी से सफर करता था. सफर के दौरान कहीं आप इनके चंगुल में न फंस जाएं इसलिए आप सतर्क होकर यात्रा करें.
हाल ही में जीआरपी और आरपीएफ के संयुक्त प्रयास के अलग अलग शहरों से पकड़े ठगों ने पूछताछ में बताया कि ठगी करने के लिए एसी या स्लीपर क्लास से शिकार के अनुसार ही सफर करते थे, ट्रेन में शिकार से किसी तरह बातीचत शुरू कर भरोसा जीतते थे, उसके बाद वारदात को अंजाम देने के बाद ट्रेन से उतार जाते थे.
पति पत्नी ट्रेन में करते थे ठगी
पिछले दिनों कानपुर स्टेशन विशाल और उसकी पत्नी प्रेमा कुमारी को गिरफ्तार किया. दोनों कांशीराम आवास कॉलोनी के निवासी थे. पुलिस ने इनके पास से कई कीमती गहने और 7,500 रुपये नगद बरामद किए. इन गहनों की कुल कीमत लगभग 3.5 लाख रुपये है, जिसमें मंगलसूत्र, अंगूठी, पायल, झूमके और टप्स शामिल हैं. इसके अलावा, एक मोबाइल फोन भी बरामद हुआ है, जिसकी कीमत करीब 22,000 रुपये बताई जा रही है. पूछताछ में बताया कि ट्रेन का टिकट लेकर सफर करते थे. ट्रेन में शिकार की तलाश करते और बातचीत करते. फिर सीट के नीचे से बैग निकालने में मदद करते. भरोस जीतने के बाद हाथ साफ कर देते और ट्रेन से उतार जाते.
सजधज कर सफर करती महिलाएं और दोस्त को बनाती असिस्टेंट
आरपीएफ के अनुसार 16 दिसंबर को ट्रेन नंबर. 22222 निजामुद्दीन- मुंबई राजधानी एक्सप्रेस से आगरा छावनी पर यात्री के सामान की चोरी हो गयी. पीडि़त यात्री ने बताया कि चोरी हुए बैग में करीब 10 लाख की ज्वैलरी है. यह सुनकर आरपीएफ अधिकारी हिल गए. सीसीटीवी खंगाले गए. जिसमें तीन संदिग्ध लोगों की पहचान की गयी. इनमें दो महिला और एक पुरुष शामिल था. पहचान कर ग्यासपुरा में एक घर में छापेमारी की. यह मकान शशिंकात का था. इनके यहां किराए पर किराए पर रहने वाले चंदन, वंदना पत्नी चंदन और करिश्मा को गिरफ्तार किया गया गया है. ये मूल रूप से ए-394/एच 312 टी हट्स कठपुतली कॉलोनी न्यू पटेल नगर दिल्ली के रहने वाले हैं. चोरी करने के लिए राजधानी, शताब्दी से सफर करते थे और वारदात को अंजाम देने के बाद आगरा में रुक जाते थे. आरोपयिों के कब्जे से करीब 10 लाख रुपये की ज्वैलरी बरामद हुई है.
मजदूरी करने वाला एसी ट्रेन से इसलिए करता था सफर
दिल्ली बॉर्डर से गाजियाबाद पुलिस ने आरोपी कृष्ण मोहन राय निवासी दसौल थाना हथोडी जिला समस्तीपुर बिहार को पकड़ा. जिसके कब्जे से 21 मोबाइल फोन भिन्न-भिन्न कम्पनियों के, एक लैपटॉप, दो ईयर फोन, एक बैग, एक मंगलसूत्र पीली धातु, एक जोडी पायल सफेद धातु, चार बिच्छिया सफेद धातु, एक लाल धागे में सफेद धातु का चांदी, 04 एटीएम कार्ड, बरामद हुए. दिल्ली बार्डर के लोनी में रहने वाला मजदूरी करता था. जब उसे गांव जाना होता था तो एसी क्लास से सफर करता था. सफर के दौरान यात्रियों को बातचीत में फंसा कर मौका मिलते ही मोबाइल फोन, पर्स, बैग और ब्रीफकेस चोरी करता था.
तय ट्रेनों में करता ठगी, 17 लैपटॉप बरामद
आरपीएफ मुरादाबाद ने एक शातिर लैपटॉप ठग को गिरफ्तार किया है. मेरठ के मुण्डली का रहने वाला शादाब नाम का यह आरोपी सिर्फ दिल्ली से हापुड़ जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों के लैपटॉप पर हाथ साफ करता था. पुलिस ने आरोपी के पास से एप्पल मैकबुक सहित 17 लैपटॉप और एक मोबाइल फोन बरामद किया है. आरोपी का चोरी करने का अंदाज बेहद शातिराना था. वह नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से ट्रेन में चढ़ता और साहिबाबाद, गाजियाबाद या हापुड़ स्टेशन तक यात्रा करता. अपने साथ एक खाली बैग रखता और मौका देखकर यात्रियों के लैपटॉप बैग की जगह अपना खाली बैग रख देता. यात्री को पता चलने से पहले ही वह लैपटॉप लेकर फरार हो जाता.
भीड़भाड़ में फर्जी टीटी बनकर ठगी
भारतीय रेलवे ने दिसंबर में टिकट चेकर की वर्दी पहनकर ट्रेनों में यात्रियों के टिकट की जांच कर रहे दो फर्जी टिकट चेकर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. दोनों को दीमापुर अगरतला रेल खंड में चलने वाली ट्रेन में टिकट चेकिंग करते हुए पकड़ा गया. फर्जी टिकट चेकर हुसैन अली द्वारा 05676 दीमापुर अगरतला ट्रेन में टिकट चेकिंग की जा रही थी. इस ट्रेन में एस्कॉर्ट की ड्यूटी कर रहे रेल सुरक्षा बल के अजीत कुमार सरकार और अंजन पॉल को हुसैन अली की कार्य प्रणाली और गतिविधियों को देखकर संदेह हुआ. आरपीएफ जवानों ने फर्जी टीटीई हुसैन अली से पहचान पत्र और अथारिटी लेटर दिखाने के लिए कहा. हुसैन अली ने पहले तो कहा कि नई ज्वाइनिंग हुई है और इसलिए ऐसे टिकट की जांच कर रहा है. इसके बाद दीमापुर के टिकट चेकिंग मस्टर रोल से भी क्रॉस वेरिफिकेशन किया गया, जिसमें हुसैन अली के फर्जी होने की पुष्टि हो गई.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
February 18, 2025, 14:50 IST