Last Updated:June 23, 2025, 16:43 IST
Indian made weapons: भारत अब विदेशी हथियारों पर निर्भर नहीं है. देश में हैदराबाद, बेंगलुरु, पुणे जैसे शहरों में तेजस, अर्जुन टैंक, ब्रह्मोस मिसाइल, INS विक्रांत जैसे अत्याधुनिक स्वदेशी हथियार तैयार हो रहे हैं.

जानिए स्वादेशी में हथियार कहां-कहां बनते हैं.
हाइलाइट्स
भारत में अब स्वदेशी हथियारों का निर्माण हो रहा है.तेजस फाइटर जेट बेंगलुरु में HAL द्वारा बनाया गया है.INS विक्रांत कोच्चि में तैयार किया गया है.दिल्ली: कभी भारत हर छोटा-बड़ा हथियार रूस, अमेरिका या फ्रांस से खरीदता था. लेकिन अब हालात बदल गए हैं. भारत में अब खुद के टैंक, मिसाइल, फाइटर जेट, तोप और पनडुब्बियाँ तैयार हो रही हैं. सरकार ने “आत्मनिर्भर भारत” और “मेक इन इंडिया” जैसे मिशनों के ज़रिए देश को हथियारों के मामले में आत्मनिर्भर बनाना शुरू कर दिया है. यह सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर तेज़ी से हो रहा बदलाव है.
छोटे-छोटे शहर बन रहे हैं हथियारों के केंद्र
हैदराबाद, पुणे, जबलपुर, बेंगलुरु, नागपुर, कोच्चि जैसे शहर अब सिर्फ आईटी या इंडस्ट्री के लिए नहीं, बल्कि आधुनिक हथियार बनाने के लिए भी पहचाने जा रहे हैं. इन जगहों पर DRDO (Defence Research and Development Organisation), HAL (Hindustan Aeronautics Limited), BEL (Bharat Electronics Limited), और कई प्राइवेट कंपनियां मिलकर काम कर रही हैं.
भारत का खुद का लड़ाकू विमान
बेंगलुरु में HAL के ज़रिए तैयार हो रहा ‘तेजस‘ फाइटर जेट अब भारतीय वायुसेना का हिस्सा है. यह पूरी तरह भारत में बना है और इसकी तकनीक विदेशों से कम नहीं है. इसमें मिसाइल लॉन्चर, स्मार्ट रडार, और सुपरस्पीड जैसी खूबियां हैं. HAL अब इसका और भी बेहतर वर्जन ‘तेजस मार्क 2′ बना रहा है.
अर्जुन टैंक और धनुष तोप
तमिलनाडु के अवाड़ी शहर में अर्जुन टैंक बनता है, जो दुश्मनों से लड़ाई में पाकिस्तान के टैंकों से बेहतर माना गया है. वहीं जबलपुर की गन कैरिज फैक्ट्री ने ‘धनुष’ तोप बनाई है, जिसे ‘स्वदेशी बोफोर्स’ कहा जाता है. ये तोप ऊँचे पहाड़ों तक फायर कर सकती है और इसका निशाना बेहद सटीक होता है.
नाग, आकाश और ब्रह्मोस मिसाइल
हैदराबाद में DRDO और भारत डायनामिक्स लिमिटेड (BDL) मिलकर आकाश और नाग मिसाइलें बना रहे हैं. आकाश एक एयर डिफेंस मिसाइल है जो आसमान से आने वाले खतरे को रोकती है, जबकि नाग टैंक को उड़ाने वाली मिसाइल है. ब्रह्मोस मिसाइल भारत-रूस की साझेदारी है, लेकिन इसका निर्माण अब भारत में ही हो रहा है.
INS विक्रांत और न्यूक्लियर पनडुब्बियाँ भी भारत में
कोच्चि में भारत ने INS विक्रांत नाम का अपना पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर तैयार किया है. वहीं विशाखापट्टनम में न्यूक्लियर पनडुब्बी INS अरिहंत भी भारत की अपनी टेक्नोलॉजी से बनी है. अब भारत समुद्र में भी सुपरपावर बनने की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है.
छोटे हथियार भी अब देश में
चंडीगढ़ और कानपुर की ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियों में छोटे हथियार जैसे INSAS राइफल, एके-203 और कार्बाइन बन रहे हैं. इन्हें सेना के अलावा पुलिस और सुरक्षा बलों को भी दिया जाता है. अब भारत इन हथियारों का निर्यात भी कर रहा है.
Location :
New Delhi,Delhi