Last Updated:August 06, 2025, 10:01 IST
Bengaluru E-Khata Row: बेंगलुरु में मकान मालिकों को बड़ा झटका लगा है. BBMP ने ऐसे 31,000 फ्लैट मालिकों को भारी भरकम प्रॉर्पटी टैक्स देने का नोटिस भेजा है. जानें क्या है पूरा मामला...

बेंगलुरु में रहने वाले फ्लैट मालिकों को बड़ा झटका लगा है. वह जिस ई-खाता प्रक्रिया को अब तक आसान और पारदर्शी मान रहे थे, वहीं उनकी मुसीबत बन गया है. बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) ने शहरभर में 31,000 से अधिक फ्लैट मालिकों को अतिरिक्त संपत्ति कर वसूली के लिए नोटिस भेजे हैं. बताया जा रहा है कि BBMP के इस ई-खाता सॉफ्टवेयर ने गलती से ‘कार पार्किंग एरिया’ को ‘कार्पेट एरिया’ समझ लिया, जिसके चलते यह विवाद खड़ा हुआ.
BBMP अधिकारियों के मुताबिक, अब तक 31,000 ई-खाता धारकों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं. इनमें से कई मामलों में हजारों से लेकर लाखों रुपये तक के अतिरिक्त कर की मांग की गई है.
‘जितना बड़ा फ्लैट, उतना ही कार पार्किंग एरिया’
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण बेंगलुरु के एक फ्लैट मालिक ने बताया कि जिस कार पार्किंग के लिए BBMP ने टैक्स मांगा है, उसकी माप लगभग उनके फ्लैट के बराबर है. उन्होंने आरोप लगाया कि बिना दस्तावेजों की भौतिक जांच किए ही शो-कॉज नोटिस जारी कर दिए गए.
वहीं येलहंका में रहने वाले विजय कुमार ने इस पूरी ई-खाता प्रक्रिया में गड़बड़ियों को उजागर करते हुए कहा, ‘बीबीएमपी अधिकारियों ने खुद हमें ई-खाता रजिस्ट्रेशन के दौरान संपत्ति के आकार को कम बताने की सलाह दी है. जब मैंने अपना फ्लैट खरीदा, जो 1,700 वर्ग फुट का है, तो राजस्व कर्मचारियों ने मुझे केवल 1,500 वर्ग फुट का खुलासा करने का सुझाव दिया. जब मैंने इस पर सवाल उठाया, तो उन्होंने मुझे चिंता न करने के लिए कहा और 500 रुपये की रिश्वत का संकेत दिया. अब मुझे एक नोटिस मिला है. यहां कौन जिम्मेदार है?’
मैसूरु रोड निवासी रेखा भट्ट को भी ऐसा ही नोटिस मिला है, जिसमें उन्हें कर चोरी का आरोप लगाकर चेताया गया है. नोटिस में कहा गया है कि उनका टैक्स BBMP द्वारा पुनर्मूल्यांकन के बाद 5% से अधिक बढ़ा है, जो स्वघोषणा के आधार पर दिए गए टैक्स से ज्यादा है.
क्या कह रहा नगर निगम?
शहरभर में इस मुद्दे पर काफी नाराजगी और भ्रम की स्थिति बन गई है. कई फ्लैट मालिक इसे नगर निगम की लापरवाही मानते हुए कार्रवाई पर दोबारा विचार करने की मांग कर रहे हैं.
वहीं इस पूरे विवाद पर BBMP के स्पेशल कमिश्नर (रेवेन्यू) मुनीश मौदगिल ने सफाई देते हुए कहा, ‘यह कोई गलती हुई है. लोगों ने अब तक सिर्फ कार्पेट एरिया के आधार पर प्रॉपर्टी टैक्स भरा है, जो EPID सिस्टम में दर्ज है. लेकिन ई-खाता आवेदन के दौरान उन्होंने पार्किंग एरिया को भी शामिल कर दिया, जो कानूनी रूप से टैक्स के दायरे में आता है. हम केवल वही टैक्स मांग रहे हैं, जो कानूनन देना जरूरी है.’
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...और पढ़ें
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...
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Location :
Bangalore,Bangalore,Karnataka
First Published :
August 06, 2025, 10:01 IST