किराना हिल्स… पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित ऐसी जगह है, जिसने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के दौरान अचानक से खूब सुर्खियों में रहा. भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर हमले किए, तो पाकिस्तान बौखला उठा था. उसने भारत पर मिसाइल और ड्रोन से धावा बोल दिया, हालांकि उसके ये सारे हमले नाकाम रहे. इसके बाद भारतीय सेना ने जब जवाब दिया पाक आर्मी के होश ठिकाने आ गए. भारतीय एयरफोर्स ने महज़ 3 घंटे में पाकिस्तान के डिफेंस स्ट्रक्चर और सैन्य क्षमताओं को धराशायी कर दिया. इस अटैक में 11 एयरबेस और पाकिस्तान एयरफोर्स का 20 फीसदी ढांचा तबाह हो गया.
भारत के इस हमले के बीच किराना हिल्स भी अचानक से चर्चा में आ गया. बातें उड़ने लगीं कि भारत ने इसे निशाना बनाया है. हालांकि भारतीय वायु सेना ने सोमवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ किया कि उन्होंने इस साइट पर हमला नहीं किया. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर इस किनारा हिल्स में पाकिस्तान की ऐसी कौन सी जान बसी, जिसे लेकर इतनी चर्चा हुई कि भारतीय सेना को भी स्थिति साफ करनी पड़ी.
पाकिस्तान का एरिया 51 है किराना हिल्स
किराना हिल्स पाकिस्तानी पंजाब में सरगोधा जिले में स्थित है. यह इलाका लंबे समय से पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम से जुड़ा रहा है. माना जाता है कि इसी साइट पर पाकिस्तान की परमाणु क्षमताओं का विकास और स्टोर किया जाता है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, 1980 के दशक में यहां अंडरग्राउंड टलन्स और बंकरों का निर्माण किया गया था, जहां पाकिस्तान ने अपने परमाणु हथियारों और मिसाइलों को छुपाकर रखा है.
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हालांकि पाकिस्तान इस जगह को लेकर अब तक साफ-साफ कुछ भी बताने से बचता रहा है. इस रहस्य और पर्देदारी की वजह इसे ‘पाकिस्तान का एरिया 51’ कहा जाता है. यह नाम उसे अमेरिका के एरिया 51 पर दिया गया, जिसके लिए दावा किया जाता है कि वहां अमेरिकी सेना ने UFO और एलियंस छुपा रखे हैं. हालांकि यह दावा भी अब तक साइंस फिक्शन की तरह ही रही और इसकी कहीं कोई सबूत नहीं मिला.
सोशल मीडिया पर कैसी अटकलें
दरअसल भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, तो सोशल मीडिया और ओपन सोर्स इंटेलिजेंस (OSINT) समुदाय में किराना हिल्स पर हमले की अटकलें तेज हो गईं. कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि भारतीय मिसाइलों ने इस क्षेत्र को निशाना बनाया, जिससे पाकिस्तान में पैनिक फैल गया.
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इन दावों को और हवा तब मिली जब एक अमेरिकी परमाणु आपातकालीन सहायता विमान (B350 AMS) को पाकिस्तान में देखा गया, जिससे रेडियोधर्मी लीक की आशंका जताई गई. हालांकि, भारतीय वायु सेना ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने किराना हिल्स पर कोई हमला नहीं किया.
पाकिस्तान के लिए किराना हिल्स का महत्व इस बात से समझा जा सकता है कि यहां परमाणु हथियारों के भंडारण और लॉन्चिंग सिस्टम्स के विकास के लिए बुनियादी ढांचा विकसित किया गया था. यह क्षेत्र पाकिस्तान की परमाणु ताकत का प्रतीक रहा है, और इसका जिक्र अक्सर भारत के खिलाफ न्यूक्लियर ब्लैकमेल की रणनीति के तहत किया जाता है. उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ किया है कि कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
क्या बोल रही पाकिस्तानी सेना?
किराना हिल्स पर हमले की अटकलें इसलिए भी जोर पकड़ रही थीं, क्योंकि इस क्षेत्र को पाकिस्तान की सैन्य और परमाणु क्षमताओं का केंद्र माना जाता है. कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि भारतीय मिसाइलों ने इस क्षेत्र के पास स्थित मुशाफ एयरबेस को निशाना बनाया, जो किराना हिल्स के करीब है और परमाणु भंडारण से जुड़ा माना जाता है.
भारतीय वायु सेना ने इन दावों को सिरे से खारिज किया, लेकिन पाकिस्तान में इस खबर ने हड़कंप मचा दिया. वैसे पाकिस्तान के रक्षा अधिकारियों ने भी इन दावों को नकारते हुए कहा कि कोई भी परमाणु सुविधा को नुकसान नहीं पहुंचा है. लेकिन अमेरिकी विमान की मौजूदगी ने इन अटकलों को और हवा दी, हालांकि पाकिस्तान ने इसे रूटीन फ्लाइट बताया है.