'कुछ भी हो जाए, ईरान को परमाणु हथियार नहीं बनाने देंगे..', नेतन्याहू ने डंके की चोट पर दी खुली धमकी

1 day ago

Israeli PM insists will not allow Iran to obtain nuclear arms: प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दोहराया कि इजरायल ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने नहीं देगा. उनका यह बयान तेहरान और अमेरिकी प्रशासन के बीच नए परमाणु समझौते पर नए सिरे से बातचीत की खबरों के बीच सामने आया. नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि उन्होंने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को रोकने के लिए कई गुप्त और प्रत्यक्ष अभियान चलाए हैं और इस मुद्दे पर वैश्विक स्तर पर अभियान का नेतृत्व किया है. नेतन्याहू का यह बयान 12 अप्रैल को मस्कट में हुई बैठक के बाद आया, जहां ईरानी विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची ने अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ से मुलाकात की थी. दोनों पक्षों ने इस मुलाकात को "रचनात्मक" बताया. मार्च 2025 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुलासा किया था कि संयुक्त अरब अमीरात के जरिए ईरान ने परमाणु वार्ता का प्रस्ताव दिया था, जिसके बाद ईरान अप्रत्यक्ष बातचीत के लिए राजी हुआ. 

ईरान पर परमाणु हथियार बनाने का आरोप
रोम में 19 अप्रैल को ओमानी मध्यस्थता के साथ अगले दौर की वार्ता होने वाली है. इजरायल और पश्चिमी देश लंबे समय से ईरान पर परमाणु हथियार विकसित करने का आरोप लगाते रहे हैं, जबकि ईरान इन आरोपों को खारिज करते हुए कहता है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है. नेतन्याहू की नीति हमेशा से सैन्य कार्रवाई पर केंद्रित रही है, जो ट्रंप की कूटनीतिक कोशिशों के उलट है. ट्रंप मध्यस्थता के जरिए समझौता करना चाहते हैं, जबकि नेतन्याहू का मानना है कि ईरान का परमाणु खतरा केवल सैन्य कार्रवाई से ही खत्म हो सकता है.

ईरान के गुप्त परमाणु कार्यक्रम के सबूत
नेतन्याहू ने पहले भी दावा किया था कि उनके पास ईरान के गुप्त परमाणु कार्यक्रम के सबूत हैं. 2018 में उन्होंने "प्रोजेक्ट अमाद" का जिक्र करते हुए कहा था कि ईरान हथियार बनाने की योजना पर काम कर रहा था. हाल ही में, नवंबर 2024 में उन्होंने दावा किया कि इजरायल ने 26 अक्टूबर 2024 को ईरान के परमाणु कार्यक्रम के एक हिस्से को निशाना बनाया था. हालांकि, ईरान ने इसे सीमित नुकसान बताया और अपने कार्यक्रम को शांतिपूर्ण कहा.

इजरायल और ईरान में बढ़ सकता है तनाव
ईरान ने 60% तक यूरेनियम संवर्धन किया है, जो हथियार-ग्रेड सामग्री के करीब है, लेकिन वह न्यूक्लियर नॉन-प्रोलिफरेशन ट्रीटी का सदस्य है और दावा करता है कि उसका इरादा हथियार बनाना नहीं है. दूसरी ओर, इजरायल ने ईरान के वैज्ञानिकों की हत्याओं और साइबर हमलों जैसे कथित गुप्त अभियानों के जरिए उसके परमाणु कार्यक्रम को बाधित करने की कोशिश की है. नेतन्याहू का यह धमकी भरा बयान क्षेत्र में तनाव बढ़ा सकता है, खासकर जब अमेरिका और ईरान बातचीत की राह पर हैं. जिसका असर मध्य पूर्व की स्थिरता पर पड़ सकता है. (इनपुट आईएएनएस से भी)

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