Last Updated:March 03, 2025, 19:04 IST
Delhi High Court News: शहजादी खान, एक भारतीय महिला, को यूएई में बच्चे की हत्या के आरोप में 15 फरवरी 2025 को फांसी दी गई. भारतीय दूतावास ने 28 फरवरी को इसकी सूचना दी. दिल्ली हाईकोर्ट ने इसे "दुखद और दुर्भाग्यपूर...और पढ़ें

दिल्ली हाईकोर्ट ने शहजादी की फांसी को अफसोसजनक बताया. (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
शहजादी खान को UAE में बच्चे की हत्या के आरोप में फांसी दी गई.शहजादी के पिता ने कोर्ट में बेटी की भलाई की जानकारी मांगी.दिल्ली हाईकोर्ट ने इसे "दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण" घटना बताया.नई दिल्ली. एक भारतीय महिला, शहजादी खान, जिसे संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में मौत की सजा का सामना करना पड़ रहा था, को फांसी दे दी गई है. विदेश मंत्रालय ने सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट को यह जानकारी दी. उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की 33 वर्षीय महिला पर अबू धाबी में चार महीने के बच्चे की हत्या का आरोप था.
मंत्रालय ने अदालत को बताया कि शहजादी खान को 15 फरवरी, 2025 को यूएई के कानूनों और नियमों के मुताबिक फांसी दी गई. एडिशनल सॉलिसिटर जनरल (ASG) चेतन शर्मा ने कहा कि UAE में भारतीय दूतावास को 28 फरवरी को सरकार से खान की फांसी के बारे में आधिकारिक सूचना मिली.
उन्होंने कहा, “अथॉरिटी सभी संभव सहायता प्रदान कर रही है और उनका अंतिम संस्कार 5 मार्च, 2025 को तय है.” यह मामला तब सामने आया, जब शहजादी खान के पिता शब्बीर खान ने अदालत का रुख किया और अपनी बेटी की वर्तमान कानूनी स्थिति और उसकी भलाई के बारे में जानकारी देने की मांग की. मंत्रालय की तरफ सभी बातें रखने के बाद, अदालत ने इस याचिका को “दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण” घटना बताते हुए निपटा दिया.
शहजादी खान मामला
शहजादी खान को अबू धाबी की अल वथबा जेल में कैद किया गया था और एक बच्चे की मौत के मामले में मौत की सजा सुनाई गई थी. बच्चे की देखभाल की जिम्मेदारी महिला की थी. शब्बीर खान की याचिका के अनुसार, उनकी बेटी दिसंबर 2021 में कानूनी वीजा हासिल करने के बाद अबू धाबी गई थी. अगस्त 2022 में, उसे नौकरी देने वाले ने एक बेटे को जन्म दिया, जिसके लिए शहजादी खान को देखभाल के लिए नियुक्त किया गया था. 7 दिसंबर 2022 को नियमित टीकाकरण के बाद शिशु की मौत हो गई.
याचिका में एक वीडियो रिकॉर्डिंग का भी उल्लेख किया गया, जिसमें कथित तौर पर खान को दिसंबर 2023 में शिशु की हत्या की बात कबूल करते हुए दिखाया गया था. हालांकि, इसमें दावा किया गया कि यह कबूलनामा उसके नियोक्ता (नौकरी देने वाला) और परिवार द्वारा यातना और दुर्व्यवहार के माध्यम से लिया गया था. इसमें यह भी दावा किया गया कि शिशु के माता-पिता ने पोस्टमार्टम के लिए सहमति देने से इनकार कर दिया और मौत की आगे की जांच को छोड़ने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए.
शब्बीर खान ने आरोप लगाया कि भारतीय दूतावास ने उनकी बेटी को कानूनी सलाह तो दी, लेकिन उसे हत्या की बात कबूल करने के लिए दबाव डाला गया और जरूरी मदद से वंचित रखा गया. सितंबर 2023 में खान की अपील खारिज कर दी गई और 28 फरवरी 2024 को मौत की सजा बरकरार रखी गई.
इसके बाद, शब्बीर खान ने मई 2024 में एक नई दया याचिका दायर की. 14 फरवरी 2025 को उन्हें अपनी कैद बेटी से एक कॉल मिली, जिसमें जल्द ही फांसी की संभावना जताई गई थी. इसके बाद उन्होंने 20 फरवरी 2025 को विदेश मंत्रालय से उसकी कानूनी स्थिति और भलाई की जांच के लिए औपचारिक अनुरोध किया, लेकिन कोई अपडेट नहीं मिला.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
March 03, 2025, 19:04 IST