Last Updated:August 28, 2025, 18:03 IST
Biggest Land Owner in India: सरकार के बाद भारत में सबसे ज्यादा जमीन कैथोलिक चर्च ऑफ इंडिया के पास है. उसके पास करीब 17 करोड़ एकड़ जमीन है. वक्फ बोर्ड तीसरे स्थान पर है.

Who is the Biggest Land Owner in India: जमीन हमेशा से ही सामाजिक प्रतिष्ठा और अधिकार का प्रतीक मानी जाती रही है. इतिहास में जाइए तो ज्यादातर युद्ध अधिक भूभाग की चाहत की वजह से लड़े गए. जमीन मानव प्रगति के लिए महत्वपूर्ण रही है, क्योंकि इसका उपयोग खेत, घर, स्कूल, कारखानों और पूजा स्थलों को बनाने किया जाता है. लगभग 32,87,590 वर्ग किलोमीटर के कुल क्षेत्रफल के साथ भारत जैसे राष्ट्र में जमीन का महत्व और भी बढ़ जाता है. भारत में सबसे अधिक भूमि सरकार के स्वामित्व में है. लेकिन सरकार के बाद भारत में सबसे ज्यादा जमीन का मालिक कैथोलिक चर्च ऑफ इंडिया है.
गवर्नमेंट लैंड इनफॉरमेशन सिस्टम (GLIS) की वेबसाइट से मिली जानकारी के अनुसार फरवरी 2021 तक भारत सरकार के पास लगभग 15,531 वर्ग किलोमीटर जमीन थी. इस कुल जमीन का इस्तेमाल 116 सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां और 51 मंत्रालय कर रहे थे. वहीं, कैथोलिक चर्च ऑफ इंडिया के पास देश भर में 7 करोड़ हेक्टेयर (17.29 करोड़ एकड़) जमीन होने की सूचना है. इन जमीनों पर चर्च, कॉलेज और स्कूल समेत कई इमारतें हैं और इनका कुल मूल्य लगभग एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा आंका गया है.
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50 देशों से ज्यादा जमीन सरकार के पास
भारत सरकार जितनी जमीन की मालिक है. दुनिया के कम से कम 50 देश क्षेत्रफल के मामले में उससे छोटे हैं. कतर (11586 वर्ग किलोमीटर), बहामास (13943 वर्ग किलोमीटर), जमैका (10991 वर्ग किलोमीटर), लेबनान (10452 वर्ग किलोमीटर), गांबिया (11295 वर्ग किलोमीटर), साइप्रस (9251 वर्ग किलोमीटर), ब्रूनेई (5765 वर्ग किलोमीटर), बहरीन (778 वर्ग किलोमीटर) और सिंगापुर (726 वर्ग किलोमीटर) जैसे देशों के पास भी भारत सरकार से कम जमीन है.
मंत्रालयों में किसके पास सबसे ज्यादा जमीन?
सरकारी मंत्रालयों में से रेल मंत्रालय के पास सबसे अधिक जमीन है, जो कि 2926.6 वर्ग किलोमीटर है. इसके बाद रक्षा मंत्रालय और कोयला मंत्रालय का स्थान आता है. दोनों के पास अलग-अलग 2580.92 वर्ग किलोमीटर जमीन है. अन्य मंत्रालयों में ऊर्जा मंत्रालय (1806.69 वर्ग किलोमीटर), भारी उद्योग मंत्रालय (1209.49 वर्ग किलोमीटर) और शिपिंग मंत्रालय (1146 वर्ग किलोमीटर) भी बड़े भू-धारक हैं.
चर्च को ब्रिटिश सरकार से मिली जमीन
1947 से पहले भारत में कैथोलिक चर्च को अपनी अधिकांश जमीन ब्रिटिश सरकार से मिली थी. ब्रिटिश शासन के उस दौर में 1927 में भारतीय चर्च अधिनियम पारित किया गया था. कैथोलिक चर्च के पास पूरे भारत में जमीन है. यह क्षेत्र गोवा से लेकर पूर्वोत्तर राज्यों तक फैला हुआ है. हालांकि इस जमीन को लेकर विवाद बना रहता है. अक्सर सवाल उठता रहता है कि चर्च द्वारा जबरदस्ती जमीन पर कब्जा किया गया. अंग्रेज, लड़ाई के बाद जो जमीन कब्जाते उसे सस्ती दरों पर चर्चा को पट्टा कर देते ताकि वो ईसाई धर्म का प्रचार-प्रसार कर सकें. भारत सरकार ने 1965 में एक परिपत्र जारी कर घोषणा की थी कि ब्रिटिश सरकार द्वारा पट्टे पर दी गई किसी भी भूमि को मान्यता नहीं दी जाएगी. फिर भी, इस निर्देश का पालन न होने के कारण इन जमीनों की वैधता का विवाद अभी तक हल नहीं हो पाया है.
सीबीसीआई संभालती है सभी संपत्तियों को
कैथोलिक चर्च का संचालन कैथोलिक बिशप्स कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया (CBCI) द्वारा किया जाता है. 2012 में भारत में 2457 अस्पताल और डिस्पेंसरी, 240 मेडिकल या नर्सिंग कॉलेज, 28 सामान्य कॉलेज, 5 इंजीनियरिंग कॉलेज, 3765 माध्यमिक विद्यालय, 7319 प्राथमिक विद्यालय और 3187 नर्सरी स्कूल थे. ये सभी कैथोलिक चर्च ऑफ इंडिया के अधीन थे.
तीसरे नंबर पर वक्फ बोर्ड
भूमि के स्वामित्व के मामले में वक्फ बोर्ड तीसरे स्थान पर है. यह एक स्वायत्त संस्था है, जिसकी स्थापना 1954 के वक्फ एक्ट के तहत हुई थी. यह बोर्ड पूरे देश में हजारों मस्जिदों, मदरसों और कब्रिस्तानों का संचालन करता है, और इन जमीनों का मालिक है. एक रिपोर्ट के अनुसार वक्फ बोर्ड के पास 6 लाख से ज्यादा अचल संपत्तियां हैं. वक्फ की अधिकांश जमीनें और संपत्तियां इन्हें मुस्लिम शासन के दौरान मिली थीं. हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि ये आंकड़े चर्च या किसी सरकारी संस्था द्वारा आधिकारिक तौर पर जारी नहीं किए गए हैं. ये अनुमानित आंकड़े हैं.
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
August 28, 2025, 18:03 IST