Last Updated:April 12, 2025, 06:40 IST
Tahawwur Rana: मुंबई हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को एनआईए मुख्यालय में कड़ी सुरक्षा के बीच रखा गया है. राणा को अमेरिका से प्रत्यर्पण के बाद भारत लाया गया और एनआईए को उसकी 18 दिनों की हिरासत दी गई है. वह अभ...और पढ़ें

एनआईए को तहव्वुर राणा के आत्महत्या करने की आशंका है.
हाइलाइट्स
तहव्वुर राणा को एनआईए मुख्यालय में कड़ी सुरक्षा में रखा गया है.राणा को आत्महत्या निगरानी में 24 घंटे सीसीटीवी और मानव निगरानी हो रही है.एनआईए राणा से मुंबई हमले की साजिश पर पूछताछ कर रही है.मुंबई पर 26/11 हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को नई दिल्ली में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के मुख्यालय में कड़ी सुरक्षा के बीच रखा गया है. पाकिस्तानी-कनाडाई मूल के राणा को गुरुवार शाम अमेरिका से प्रत्यर्पण के बाद भारत लाया गया था. एक विशेष अदालत ने एनआईए को राणा की 18 दिन की हिरासत दी है. राणा को आत्महत्या निगरानी में रखा गया है और उसकी 24 घंटे सीसीटीवी और मानव निगरानी हो रही है. एनआईए को आशंका है कि भारत लाए जाने के बाद राणा आत्महत्या कर सकता है.
दिल्ली के लोधी रोड पर स्थित एनआईए मुख्यालय की सुरक्षा कई लेयर वाली है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक राणा को 14×14 फीट के एक कमरे में रखा गया है, जो ग्राउंड फ्लोर पर है. उसे सिर्फ नरम नोक वाला पेन लिखने के लिए दिया जाएगा ताकि वह खुद को नुकसान न पहुंचा सकें.
शुक्रवार को एनआईए ने राणा से पूछताछ शुरू की ताकि मुंबई हमले की बड़ी साजिश का पता लगाया जा सके. पूछताछ में मुख्य रूप से उनके पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (आईएसआई) से संबंधों और भारत में स्लीपर सेल्स की भूमिका पर जोर दिया जा रहा है. खास तौर पर उसके सहयोगी डेविड कोलमैन हेडली (उर्फ दाऊद गिलानी) से जुड़े स्लीपर सेल्स पर सवाल किए जा रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, हेडली ने पुष्कर, गोवा, दिल्ली और अन्य जगहों पर स्लीपर सेल्स तैयार किए थे.
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एनआईए ने कहा है कि तहव्वुर राणा ने 26/11 के मुंबई हमलों की तरह ही कई अन्य भारतीय शहरों को भी निशाना बनाने के लिए साजिश रची थी. एनआईए की दलील- राणा की लंबी हिरासत व्यापक पूछताछ के लिहाज से आवश्यक है, जिसका उद्देश्य साजिश की गहरी परतों को उजागर करना है. हमें संदेह है कि मुंबई हमलों में इस्तेमाल की गई चालों को अन्य शहरों में भी अंजाम देने की साजिश थी. एनआईए ने कहा कि आपराधिक षड्यंत्र के तहत आरोपी संख्या एक डेविड कोलमैन हेडली ने अपनी भारत यात्रा से पहले पूरी साजिश पर राणा से बात की थी. एनआईए ने अदालत को बताया कि संभावित चुनौतियों की आशंका से हेडली ने राणा को एक ईमेल भेजा था जिसमें उसके सामान और परिसंपत्तियों का ब्योरा था. हेडली ने राणा को इस साजिश में पाकिस्तानी नागरिकों इलियास कश्मीरी और अब्दुर रहमान की संलिप्तता के बारे में भी बताया था. राणा 18 दिन तक एनआईए की हिरासत में रहेगा, इस दौरान एजेंसी 2008 के हमलों के पीछे की पूरी साजिश को उजागर करने के लिए उससे गहन पूछताछ करने की योजना बना रही है.First Published :
April 12, 2025, 06:33 IST