Last Updated:March 19, 2025, 18:27 IST
Bihar Politics News: लालू यादव और उनका परिवार लैंड फॉर जॉब घोटाले में ईडी के निशाने पर हैं. लालू पर रेल मंत्री रहते ज़मीन के बदले नौकरी देने का आरोप है. राजद नेताओं ने इसे राजनीतिक साजिश बताया है.

लालू यादव से ईडी ने तकरीबन तीन घंटे पूछताछ की.
हाइलाइट्स
लालू यादव और परिवार ईडी के निशाने पर हैं.लैंड फॉर जॉब घोटाला 2004-2009 के बीच हुआ था.राजद नेताओं ने इसे राजनीतिक साजिश बताया है.पटना. राजद सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव एक बार फिर से ईडी के रडार पर आ गए हैं. लालू यादव ही नहीं उनका पूरा परिवार केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) के निशाने पर है. दरअसल, बुधवार को लालू यादव से लैंड फॉर जॉब घोटाले में ईडी ने कई घंटे पूछताछ की है. लालू यादव से पूछताछ करने से पहले ईडी ने उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बड़े बेटे तेज प्रताप यादव से भी घंटों पूछताछ कर चुकी है. राजद नेताओं ने ईडी के पूछताछ पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि जब भी बिहार में चुनाव का मौसम आता है ईडी और सीबीआई सक्रिय हो जाती है. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि आखिर रेलवे का लैंड फॉर जॉब स्कीम क्या है, जिसको लेकर लालू परिवार पर गिरफ्तारी के संकट आ गए हैं?
बुधवार को पटना स्थित ईडी दफ्तर में लालू प्रसाद यादव से प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने करीब साढ़े 3 घंटे तक पूछताछ की. लालू यादव पूछताछ के लिए तय समय पर पहुंच गए. लालू अपनी बेटी मीसा भारती के साथ ईडी दफ्तर पहुंचे थे फिर दोपहर लगभग 3 बजे वापस निकल गए. यह घोटाला बिहार और केंद्र सरकार में उच्च पदों पर बैठे लोगों द्वारा सरकारी नौकरी के बदले ज़मीन लेने से जुड़ा हुआ है. जांच एजेंसियों का दावा है कि लालू यादव रेल मंत्री रहते बिना विज्ञापन दिए कई लोगों को नौकरी दी और इसके बदले में ज़मीन और पैसे लिए.
लैंड फॉर जॉब घोटाला क्या है?
यह घोटाला साल 2004-2009 के बीच लालू के रेल मंत्री रहते हुआ था. उन्होंने रेलवे विभाग में जॉब्स देने के बदले लोगों से ज़मीन ली. ये ज़मीन खासकर ग़रीब और कमजोर वर्ग के लोगों से ली गई थी, और बदले में उन्हें रेलवे विभाग में नौकरी दी गई थी. लालू यादव पर 1,000 से अधिक लोगों को रेलवे विभाग में नौकरी दिलवाने के बदले उनसे ज़मीन लेने का आरोप है. आरोप यह भी है कि इन ज़मीनों का मूल्य बहुत कम था और यह ज़मीन उन्होंने अपने परिवार के नाम पर ली. ये जमीन पत्नी राबड़ी देवी, बेटे और बेटियों के नाम पर ली गई.
पहले सीबीआई और अब ईडी के रडार पर लालू का परिवार
सीबीआई जांच और आरोप इस मामले में सीबीआई ने जांच शुरू की और लालू यादव और उनके परिवार के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया. इसके तहत लालू यादव के अलावा उनके परिवार के अन्य सदस्य भी आरोपित हैं, जिनमें उनकी पत्नी और बेटियां शामिल हैं. हालांकि, इस मामले में लालू यादव ने हमेशा आरोपों को नकारा है और इसे राजनीतिक प्रतिशोध बताया. उनका और उनके पार्टी के नेताओं का कहना है कि यह मामला उनके खिलाफ साजिश है. जब भी चुनाव आते हैं उनको बदनाम करने के लिए जांच एजेंसी पूछताछ करती है.
लैंड फॉर जॉब घोटाला बीते कई सालों से लालू यादव के राजनीतिक करियर के लिए एक बड़ा संकट बना हुआ है. दिवंगत बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी और मौजूदा कैबिनेट मंत्री और जेडीयू नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने सीबीआई को लालू के खिलाफ सबूत दिया था. फिलहाल लैंड फॉर जॉब घोटाले में कुल चार लोग मुख्य आरोपी हैं, जिनमें लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव और लालू की बेटियां शामिल हैं.
First Published :
March 19, 2025, 18:27 IST
क्या है लैंड फॉर जॉब घोटाला, जो चुनाव आते ही लालू की कुंडली में बैठ जाता है?