नई दिल्ली. कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने रविवार को खुलासा किया कि आगामी हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच चुनाव से पहले दोनों दलों में गठबंधन क्यों नहीं हो सका. हुड्डा ने कहा, “हरियाणा में ‘आप’ की जमीनी मौजूदगी सीमित है. उन्होंने यहां अपनी मौजूदगी बढ़ाने के प्रयास किए हैं. ‘आप’ चुनावों में सफलता हासिल नहीं कर पाई है. उसे कोई वोट शेयर नहीं मिला है, लेकिन फिर भी हमने उन्हें लोकसभा चुनावों में एक सीट दी.”
कांग्रेस नेता ने कहा, “विधानसभा चुनाव से पहले हमने उनसे औपचारिक बातचीत की थी. हम उन्हें (आप) साथ लाना चाहते थे. हमने उन्हें प्रस्ताव दिया था, हमारे विचार से यह उचित समीकरण था, लेकिन जब ‘आप’ के साथ हमारी बातचीत चल रही थी, तो उन्होंने अपने सभी उम्मीदवारों की घोषणा कर दी.” हुड्डा ने कहा, “कुल मिलाकर हरियाणा में हमने गठबंधन की कोशिश की, लेकिन जमीनी स्तर पर कांग्रेस अपने दम पर सक्षम है. इससे हमारी चुनावी संभावनाओं पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है.”
क्या पूर्व सीएम भूपेन्द्र हुड्डा ‘आप’ से गठबंधन नहीं करने के पक्ष में थे?
हिन्दुस्तान टाइम्स के साथ इंटरव्यू के दौरान दीपेंद्र हुडा से पूछा गया कि क्या उनके पिता भूपिंदर सिंह हुडा, जो वर्तमान में विपक्ष के नेता हैं, ‘आप’ के साथ गठबंधन करने के इच्छुक नहीं थे. कांग्रेस नेता ने जवाब दिया, “नहीं, यह सही सोच नहीं है. राहुल गांधी गठबंधन के कुछ सहयोगियों के साथ तालमेल बिठाने के लिए उत्सुक थे. राज्य कांग्रेस इकाई का दिमाग बहुत खुला था. इसलिए हम इस तरह की बातचीत कर रहे थे. मुझे लगता है कि अंत में, किसी कारण से, जब बातचीत चल रही थी, तो ‘आप’ ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी. हमें ‘आप’ से कोई समस्या नहीं थी.”
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FIRST PUBLISHED :
September 22, 2024, 19:28 IST