Last Updated:April 11, 2025, 22:07 IST
IPL Betting Racket: गोवा पुलिस ने आईपीएल सट्टेबाजी रैकेट का भंडाफोड़ कर 44 लोगों को गिरफ्तार किया और 45 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की. यह ऑपरेशन छह दिनों तक चला और ऑनलाइन सट्टेबाजी नेटवर्क का हिस्सा था.

गोवा पुलिस ने आईपीएल सट्टेबाजी रैकेट का भंडाफोड़ कर 44 लोगों को गिरफ्तार किया. (फोटो NW18)
हाइलाइट्स
गोवा पुलिस ने आईपीएल सट्टेबाजी रैकेट का भंडाफोड़ किया.44 लोग गिरफ्तार, 45 लाख रुपये की संपत्ति जब्त.ऑनलाइन सट्टेबाजी नेटवर्क में 101 मोबाइल फोन, 17 कंप्यूटर जब्त.नई दिल्ली: देश में ऑनलाइन सट्टेबाजी का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है. क्रिकेट का खुमार हो और सट्टेबाजी न हो, ऐसा कम ही होता है. आईपीएल के इस सीजन में भी सट्टेबाजों की चांदी है. लेकिन गोवा पुलिस ने इन पर बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने एक बड़े आईपीएल सट्टेबाजी रैकेट का भंडाफोड़ किया है. इस मामले में 44 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और करीब 45 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की गई है.
पुलिस और क्राइम ब्रांच ने मिलकर यह कार्रवाई की. गिरफ्तार किए गए ज्यादातर लोग गोवा के बाहर के हैं. यह ऑपरेशन छह दिनों तक चला और छह अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की गई. क्राइम ब्रांच ने दो बड़े ऑपरेशन किए, जिसमें 34 लोग पकड़े गए और 40 लाख रुपये की संपत्ति जब्त हुई.
पूरा काम चल रहा था ऑनलाइन
क्राइम ब्रांच के एसपी राहुल गुप्ता ने बताया कि यह देश की सबसे बड़ी सट्टेबाजी विरोधी कार्रवाइयों में से एक है. यह अवैध नेटवर्क सिर्फ आईपीएल तक ही सीमित नहीं था, बल्कि यह क्रिकेट के दूसरे फॉर्मेट और फुटबॉल में भी फैला हुआ था. यह पूरा काम ऑनलाइन चल रहा था.
राहुल गुप्ता ने बताया कि खुफिया जानकारी मिलने के बाद पुलिस टीमों ने इंडिया रिजर्व बटालियन (IRB) के साथ मिलकर छापेमारी की. इस सट्टेबाजी नेटवर्क में अलग-अलग काम करने वाले लोग थे. कुछ कस्टमर सर्विस देखते थे, कुछ डिजिटल पेमेंट का काम करते थे, और कुछ ने ऐसा सिस्टम बनाया था जिससे कानून से बचा जा सके.
छापेमारी में क्या-क्या मिला?
छापेमारी के दौरान पुलिस ने 101 मोबाइल फोन, 17 कंप्यूटर, 95 बैंक पासबुक, 145 एटीएम कार्ड, 50 से ज्यादा सिम कार्ड, चेक बुक, सीसीटीवी सिस्टम और कई रजिस्टर जब्त किए. यह रैकेट पिछले साल नवंबर-दिसंबर से गोवा के किराए के घरों से चल रहा था. सारा लेनदेन ऑनलाइन होता था, इसलिए नकद पैसे नहीं मिले. जांच में चैट लॉग और ऑनलाइन पेमेंट के क्यूआर कोड जैसे डिजिटल सबूत मिले हैं. इससे पता चलता है कि यह रैकेट कितना बड़ा था. पुलिस को एक रात की छापेमारी में ही 40 लाख रुपये के ऑनलाइन लेनदेन का पता चला.
शुरुआती जांच में पता चला है कि गोवा का यह ग्रुप एक बड़े सट्टेबाजी नेटवर्क का हिस्सा है जो कई राज्यों में फैला है. गिरफ्तार किए गए लोगों के अलग-अलग काम थे. कोई ऑनलाइन पेमेंट देखता था, तो कोई कस्टमर सपोर्ट का काम करता था. पुलिस ने आरोपियों पर धोखाधड़ी और पहचान छुपाने जैसे गंभीर आरोप भी लगाए हैं ताकि उन्हें आसानी से जमानत न मिल सके. पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इसके तार और किन राज्यों से जुड़े हैं.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
April 11, 2025, 22:07 IST