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चुनावी पंडित ने बता दिया विपक्ष ने आखिर कहां-कहां गंवाया मौका, कहां जाकर ‘इंडिया’ अलायंस ने डाल दिए हथियार
नई दिल्ली. चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बताया कि कांग्रेस के नेतृत्व वाला ‘इंडिया’ गठबंधन राहुल गांधी को ऐसे नेता के रूप में पेश करने में सक्षम नहीं है, जो मौजूदा हालात में सुधार कर सके. उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली मौजूदा केंद्र सरकार के खिलाफ कोई बड़ा गुस्सा या किसी चुनौती देने वाले के लिए कोई जोरदार आवाज नहीं है. उन्होंने कहा कि ‘हमने ऐसा कुछ नहीं सुना है कि राहुल गांधी आएंगे तो चीजें बेहतर होंगी. उनके समर्थक ऐसा कह सकते हैं, लेकिन मैं अधिक बड़े स्तर की बात कर रहा हूं. सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ बड़े गुस्से का अभाव है.’ प्रशांत किशोर ने एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि उनको कोई बड़ी चुनौती देने वाली आवाज की कमी है.
प्रशांत किशोर ने मौजूदा लोकसभा चुनावों के लिए प्रधानमंत्री पद के चेहरे की घोषणा करने में विफल रहने के लिए विपक्षी गठबंधन की भी आलोचना की. यह एक ऐसा मुद्दा है जिसे भाजपा अब ‘इंडिया’ गुट के खिलाफ इस्तेमाल कर रही है. प्रशांत किशोर ने सुझाव दिया कि यह एक खराब रणनीतिक कदम था. इससे मतदाताओं को संकेत मिला कि भारतीय गठबंधन के पास सत्तारूढ़ दल के खिलाफ एक भरोसेमंद चेहरे का अभाव है. हालांकि, प्रशांत किशोर ने कहा कि वोटरों के एक वर्ग के बीच निराशा और अधूरी आकांक्षाओं का दर्द है. चुनाव रणनीतिकार ने उल्लेख किया कि पिछले दशक में ‘इंडिया’ ब्लॉक ने पीएम मोदी और भाजपा की स्थिति को कमजोर करने के कई अवसरों को नजरअंदाज कर दिया. अपनी बात को और अधिक पुष्ट करने के लिए, किशोर ने उल्लेख किया कि विपक्ष 2015 और 2016 के राज्यों के चुनाव नतीजों का लाभ उठाने में विफल रहा, जब भाजपा हार रही थी.
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि विपक्ष ने 2017 में भगवा पार्टी से मुकाबला करने का एक और मौका खो दिया, जब उसने एक दशक से अधिक समय में उत्तर प्रदेश में बड़ी जीत हासिल की. लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के गृह राज्य गुजरात को लगभग गंवा ही दिया था, जहां उसने 1995 से लगातार शासन किया था. उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष कोरोनोवायरस महामारी और 2020 में पश्चिम बंगाल चुनाव में भाजपा के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद पीएम मोदी की अप्रूवल रेटिंग में गिरावट को भुनाने में विफल रहा. इसके अलावा, किशोर ने उल्लेख किया कि विपक्ष ने राम के बाद ‘वस्तुतः हथियार डाल दिए.’ राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का समारोह इस साल जनवरी में अयोध्या में आयोजित किया गया था. किशोर ने कहा कि ‘जब तक इंडिया ब्लॉक हरकत में आया, तब तक बहुत देर हो चुकी थी…बीजेपी ने अपनी खोई हुई जगह पहले ही हासिल कर ली थी.’ उन्होंने कहा कि भाजपा देश के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में अपनी सीटों और वोट शेयर में उल्लेखनीय बढ़ोतरी करेगी.
Tags: Loksabha Election 2024, Loksabha Elections, Prashant Kishor, Rahul gandhi
FIRST PUBLISHED :
May 23, 2024, 18:35 IST