NCB: दिल्ली के आरकेपुरम इलाके स्थित नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के दफ्तर में बीते चार दिनों से कोई सोया नहीं था. हर कोई उस पहेली को सुलझाने की कोशिश में लगा हुआ था, जिसकी टिप चार दिन पहले एक मुखबिर से मिली थी. तभी एनसीबी के एक अफसर के मोबाइल की घंटी बजती है और पूरे दफ्तर में अचानक हलचल बढ़ जाती है. देखते ही देखते, एनसीबी के तमाम अफसर गाडि़यों में सवार होते हैं और कुछ ही पलों में ये गाडि़यां आंखों से ओझल होना शुरू हो जाती हैं.
डिप्टी डायरेक्टर जनरल नीरज कुमार गुप्ता और एडिशनल डायरेक्टर नीलोत्पल मृनाल के नेतृत्व में निकली एनसीबी की ये टीमें कुछ ही समय बाद जनकपुरी की एक कूरियर कंपनी में दाखिल होती हैं. इस कूरियर कंपनी में मौजूद उन सभी पार्सलों की एक-एक कर जांच शुरू होती है, जिनको विदेश भेजा जाना था. कुछ ही मिनटों की कवायद के बाद एनसीबी की टीम के हाथ वह पार्सल लग जाता है, जिसकी तलाश में वे सभी भागे-भागे इस कूरियर कंपनी में पहुंचे थे. इस पार्सल पर ऑस्ट्रेलिया का एक पता दर्ज था.
बरामदगी के बाद भी नहीं मिली खुशी!
कैमरों की निगरानी में पहले पार्सल का एक्स-रे हुआ और फिर उसे खोला गया. इस पार्सल के भीतर से करीब एक किलो सफेद पाउडर बरामद हुआ. जांच में पता चला कि यह पाउडर कोकीन नामक ड्रग्स है. करीब 13 करोड़ की कोकीन बरामद करने के बावजूद एनसीबी अफसरों के चेहरे पर ‘थोड़ा खुशी और थोड़ा गम’ वाले भाव थे. थोड़ी खुशी इस बात की कि आखिरकार लंबी कवायद के बाद वह उस पार्सल तक पहुंचने में कामयाब हो गए थे. वहीं, बरामदगी टिप के मुकाबले बहुत कम थी, लिहाजा इस बात का थोड़ा गम चेहरे पर साफ नजर आ रहा था.
बड़ी बरामदगी के बावजूद एनसीबी अफसरों के सामने कई नए सवाल खड़े थे. इसमें सबसे पहला सवाल कोकीन के बाकी बचे जखीरे से जुड़ा था. एनसीबी अफसरों को यह भी पता था कि कूरियर पार्सल पर भेजने वाले ने जो पता दर्ज कराया है, वह भी फर्जी ही होगा. लिहाजा, यह सफलता अभी तक अधूरी ही थी. एनसीबी की टीम ने बरामद ड्रग्स के साथ-साथ कूरियर कंपनी की सीसीटीवी फुटेज को अपने कब्जे में लिया और एक बार फिर नशे के सौदागरों की तमाश में एक-एक कडि़यों को जोड़ना शुरू कर दिया गया.
नांगलोई के घर से निकला ड्रग्स का जखीरा
एनसीबी अफसरों की कवायद रंग लाई और उन्हें उस घर का पता मिल गया, जहां पर कोकीन की बड़ी खेप को छिपा कर रखा गया था. यह पता दिल्ली के पश्चिमी हिस्से में स्थिति एक गांव नांगलोई का था. नांगलोई स्थिति इस घर में छापेमारी की गई. छापेमारी के दौरान, इस घर से जो मिला, उसे देखने के बाद एनसीबी अफसरों की आंखें खुली की खुली रह गई. इस घर से करीब 82.53 किलो कोकीन का जखीरा बरामद किया गया, जिसकी कीमत इंटरनेशनल मार्किट में करीब 900 करोड़ रुपए से अधिक थी.
इस बरामदगी के बाद एनसीबी ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. पहली गिरफ्तारी दिल्ली और दूसरी गिरफ्तारी हरियाणा के सोनीपत से की गई है. वहीं, आरोपियों से पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि यह ड्रग सिंडिकेट दुबई से संचालित किया जा रहा है. जब्त की गई कोकीन को छोटी-छोटी मात्रा में कूरियर के जरिए ऑस्ट्रेलिया सहित कुछ अन्य देशों में भेजा जाना था. भारत में इस सिंडिकेट को हवाटा ऑपरेटर्स के जरिए संचालित किया जा रहा था. हवाला ऑपरेटर बातचीत के दौरान कोड नेम का ही इस्तेमाल करते थे.
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FIRST PUBLISHED :
November 18, 2024, 08:30 IST