Last Updated:April 16, 2025, 08:52 IST
Murshidabad Violence: मुर्शिदाबाद हिंसा ने देश को झकझोर दिया है. इस संप्रदायिक हिंसा और झूठी अफवाहों ने तीन लोगों की जान ले ली. कई लोग पलायन को मजबूर हो गए. आखिर ऐसा क्या हुआ कि ये हिंसा की चिंगारी भड़क गई.

आखिर कैसे भड़की हिंसा.
हाइलाइट्स
मुर्शिदाबाद हिंसा में तीन लोगों की जान गई.हिंसा के कारण सैकड़ों लोग पलायन को मजबूर हुए.पुलिस ने 1093 सोशल मीडिया अकाउंट ब्लॉक किए.Murshidabad Violence: वक्फ कानून के विरोध ने पूरे पश्चिम बंगाल की राजनीति को अस्थिर कर दिया. लोग पलायन के लिए मजबूर होने लगे. हिंदू समूहों को घर से खिंच कर मारा जा रहा था. दुकानों, घरों और सरकारी गाड़ियों को फूंक दिया गया. मगर ये सवाल ये उठता है कि आखिर कैसे वक्फ कानून के विरोध ने सांप्रदायिक हिंसा का रूप ले लिया? दरअसल, व्हाट्सऐप ग्रुप, फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट और लोगों की अफ़वाहों ने मिलकर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में एक तूफान खड़ा कर दिया.
इस हिंसा ने तीन लोगों की जान ले ली. सैकड़ों लोग पलायन को मजबूर हो गए. सेना की टुकड़ी को तैनात करना पड़ा. पुलिस ने अब तक 1093 सोशल मीडिया अकाउंट ब्लॉक किए और 221 लोगों को गिरफ़्तार किया गया.
शुरुआत तो 8 को ही गई थी
इंडियन एक्सप्रेस के हवाले से स्थानीय लोगों ने बताया कि कई संगठनों ने नए कानून के विरोध में रैलियां बुलाई थीं. दंगे का का पहला संकेत 8 अप्रैल को ही मिल गया था. एनएच-2 पर प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प हुई. दो पुलिस जीपों को आग लगा दी गई. मगर ऐसा क्या हुआ कि 11 अप्रैल हिंसा ने विकराल रूप ले लिया.
फर्जी मैसेज से हिंसा भड़की
एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘ सोशल मीडिया पर भड़काने वाले मैसेज- जमीन, मस्जिद और यहाँ तक कि कब्रिस्तान भी छीन लिए जाएंगे. ये मैसेज वायरल होने लगे थे. इसके बाद भड़की भीड़ ने लोगों को पूजा करने के रोकने लगी. इसके साथ ही, इस गलत इनफॉरमेशन को फॉरवॉर्ड करने के लिए कई फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाए.’
Location :
Murshidabad,West Bengal
First Published :
April 16, 2025, 08:52 IST