Last Updated:August 09, 2025, 09:18 IST
India-US Relation: पीयूष गोयल ने ट्रंप के टैरिफ वार के बीच भारत की आर्थिक मजबूती पर भरोसा जताया और कहा कि भारत किसी भी दबाव के आगे नहीं झुकेगा. उन्होंने भारत को वैश्विक बाजारों में प्रमुख खिलाड़ी बताया.

India-US Relation: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वार के बीच भारत ने बेहद कड़ा रुख अपनाया है. उसने स्पष्ट कर दिया है कि भारत दुनिया के किसी भी देश के दबाव के आगे नहीं झुकेगा. केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम में भारत की आर्थिक मजबूती पर भरोसा जताते हुए कहा कि वैश्विक व्यापार मार्गों और साझेदारियों में बदलाव के बीच भारत अवसरों का लाभ उठाने के लिए तैयार है. गोयल ने अंतरराष्ट्रीय व्यापार की गतिशील प्रकृति पर प्रकाश डाला और कहा कि दुनिया निरंतर विकसित हो रही है और अंतरराष्ट्रीय व्यापार नया रास्ता तलाश रहा है.
गोयल ने वर्तमान वैश्विक आर्थिक परिदृश्य को एक स्वाभाविक उथल-पुथल बताया, जहां कुछ देश उभरते हैं और कुछ पीछे रह जाते हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि यह भारत का समय है और भारत को वैश्विक बाजारों में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभरते हुए देखा जा रहा है. मंत्री ने भविष्यवाणी की कि चालू वित्त वर्ष 2025-26 में भारत का निर्यात पिछले वर्ष के रिकॉर्ड 825 बिलियन डॉलर को पार कर जाएगा, जिसमें 437 बिलियन डॉलर से अधिक मूल्य के वस्तु निर्यात शामिल थे. ये वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद स्थिर रहे. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा प्रस्तावित 50 फीसदी शुल्क के प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर गोयल ने निश्चिंतता जताई. उन्होंने कहा कि भारत संकट में अवसर तलाशता है. राष्ट्र का मनोबल ऊंचा है और भारतीय अर्थव्यवस्था में बहुत ताकत है.
भारत विजेता के रूप में उभरेगा
गोयल ने भरोसा जताया कि भारत विजेता के रूप में उभरेगा. ट्रम्प के भारत को डेड इकोनॉमी बताने वाले बयान का जवाब देते हुए गोयल ने तंज कसते हुए कहा कि समझने वाले समझ गए, जो न समझे वो अनाड़ी हैं. गोयल ने भारत की मजबूत आर्थिक नींव पर जोर दिया और कहा कि पूरी दुनिया भारत को सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में देख रही है. पूरी दुनिया भारत की ताकत, हमारी डेमोग्राफिक ताकत और 1.4 अरब महत्वाकांक्षी भारतीयों की मांग को पहचान रही है.
उन्होंने सवाल उठाया कि भारत एक विशाल बाजार है. उन्होंने सवाल किया कि आपको क्यों लगता है कि देश हमारे साथ व्यापार या बेहतर बाजार पहुंच के लिए कतार में हैं? यह भारत की बढ़ती वैश्विक निवेश और व्यापार साझेदारी की अपील को दर्शाता है. ट्रम्प के शुल्क से कपड़ा, दवा और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों में निर्यातकों के बीच चिंता है, जो अमेरिकी बाजार पर निर्भर हैं.
न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...और पढ़ें
न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...
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First Published :
August 09, 2025, 09:18 IST