Last Updated:March 19, 2025, 20:09 IST
Jewellery Export Down : भारत का रत्न एवं आभूषण निर्यात फरवरी में काफी कम हो गया है. इसकी वजह चीन और अमेरिका जैसे देशों में ज्वैलरी की डिमांड में गिरावट आना है. लैब ग्रोन डायमंड का निर्यात भी फरवरी में काफी कम...और पढ़ें

भारत का ज्वैलरी एक्सपोर्ट फरवरी में काफी कम हो गया है.
हाइलाइट्स
भारत का रत्न और आभूषण निर्यात फरवरी में 23.49% घटा.अमेरिका और चीन में मांग घटने से निर्यात प्रभावित हुआ.लैब ग्रोन हीरे का निर्यात भी 19.58% कम हुआ.नई दिल्ली. टैरिफ वॉर में उलझे चीन और अमेरिका जैसी दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों में रत्न और आभूषण की डिमांड काफी कम हो गई है. इसका असर सीधे तौर पर भारत के निर्यात पर भी दिख रहा है. रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) ने बुधवार को बताया कि भारत का रत्न एवं आभूषण निर्यात फरवरी में सालाना आधार पर 23.49 फीसदी घटकर 242.29 करोड़ डॉलर (21,085.030 करोड़ रुपये) रह गया है.
जीजेईपीसी ने कहा कि अमेरिका और चीन की मांग में लगातार गिरावट के कारण रत्न एवं आभूषण निर्यात घटा है. साल 2024 की इसी अवधि में रत्न एवं आभूषण निर्यात 316.67 करोड़ डॉलर (26,268.6 करोड़ रुपये) का रहा था. अप्रैल, 2024 से फरवरी, 2025 तक रत्न और आभूषण निर्यात में 13.43 फीसदी की गिरावट देखी गई, जो पिछले वर्ष की समान अवधि के 2,972.41 करोड़ डॉलर (2,46,105.96 करोड़ रुपये) की तुलना में 2,573.27 करोड़ डॉलर (2,17,148.26 करोड़ रुपये) रह गया है.
हीरे की कीमतों में आई गिरावट
जीजेईपीसी के चेयरमैन चुने गए किरीट भंसाली ने बताया कि रत्न और आभूषण निर्यात में गिरावट मुख्य रूप से चीन और अमेरिका में मांग घटने की वजह से आई है. मौजूदा भू-राजनीतिक तनाव ने अमेरिका, चीन और जी-7 देशों सहित प्रमुख निर्यात बाजारों में मांग को प्रभावित किया है. साथ ही कच्चे हीरे की कीमतों में 10-15 फीसदी की गिरावट ने मूल्य को प्रभावित किया, जिससे निर्यात में कुल गिरावट आई.
हीरों के निर्यात में भी गिरावट
आंकड़ों से पता चलता है कि फरवरी में तराशे और पॉलिश किए गए हीरों का कुल निर्यात 136.27 करोड़ डॉलर (11,860.71 करोड़ रुपये) का रहा, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के 170.76 करोड़ डॉलर (14,164.1 करोड़ रुपये) की तुलना में 20.2 फीसदी की गिरावट है. इसी अवधि में कुल स्वर्ण आभूषण निर्यात में 18.09 फीसदी की गिरावट देखी गई, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के 91 करोड़ 90.4 लाख डॉलर (7,624.37 करोड़ रुपये) की तुलना में 75.28 करोड़ डॉलर (6,549.46 करोड़ रुपये) रहा है.
लैब ग्रोन हीरे की डिमांड भी घटी
आंकड़े बताते हैं कि फरवरी में पॉलिश और प्रयोगशाला में तैयार किये गए (लैब ग्रोन) हीरे का निर्यात 19.58 फीसदी घटकर 11.21 करोड़ अमेरिकी डॉलर (975.22 करोड़ रुपये) का रह गया, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 13.93 करोड़ डॉलर (1,155.79 करोड़ रुपये) का हुआ था. भारत लैब ग्रोन हीरे के उत्पादन में तेजी से आगे बढ़ रहा है. ऐसे में इस तरह के हीरे की डिमांड ग्लोबल मार्केट में घटने की वजह से भी भारत को नुकसान हुआ है.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
March 19, 2025, 20:09 IST