Last Updated:August 28, 2025, 12:29 IST
PM Modi China Visit: पीएम मोदी 7 साल बाद चीन यात्रा पर तियानजिन में SCO शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे. चीन दौरे पर शी जिनपिंग और व्लादिमीर पुतिन सहित 20 से अधिक नेताओं से मुलाकात संभव है.
पीएम मोदी जिनपिंग और पुतिन से मुलाकात होगी.PM Modi China Visit: पीएम मोदी आज से विदेश यात्रा पर जा रहे हैं. पीएम मोदी आज पहले जापान जाएंगे. जापान में दो दिन रहने के बाद पीएम मोदी सीधे चीन जाएंगे. पीएम मोदी 31 अगस्त से 1 सितंबर तक चीन में रहेंगे. पीएम मोदी एससीओ यानी शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे. करीब 7 साल बाद पीएम मोदी चीन जा रहे हैं. अब सवाल है कि आखिर पीएम मोदी और शी जिनपिंग की मुलाकात कब होगी, क्या द्विपक्षीय बैठक भी होगी, क्या पुतिन से भी मुलाकात होगी? इन सभी चीजों की डिटेल सामने आ गई है.
दरअसल, पीएम मोदी 29 और 30 अगस्त तक जापान में रहेंगे. उसके बाद वह चीन जाएंगे. चीन में वह 31 अगस्त और 1 सितंबर को रहेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. इसकी तारीख भी आ गई है. पीएम मोदी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से 31 अगस्त द्विपक्षीय बैठक करेंगे. पीएम मोदी की यह चीन यात्रा सात साल बाद हो रही है. इतना ही नहीं, रूस के राष्ट्रपति पुतिन से भी मोदी की द्विपक्षीय बैठक संभावित है. यह बैठक 1 सितंबर को होगी.
पीएम मोदी 31 अगस्त से 1 सितंबर तक शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए तियानजिन की यात्रा करेंगे. यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब भारत और चीन 2020 के हिंसक सीमा संघर्ष के बाद से तनाव को कम करने के प्रयास कर रहे हैं. साथ ही डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ के कारण भारत और अमेरिका के रिश्तों में तल्खी है. एससीओ समिट ऐसा मंच होगा, जहां पीएम मोदी, शी जिनपिंग और पुतिन की तिकड़ी एक साथ बैठने वाली है. प्रधानमंत्री मोदी आखिरी बार शी और पुतिन के साथ रूस के कजान में BRICS शिखर सम्मेलन में दिखाई दिए थे, जब पश्चिमी नेताओं ने यूक्रेन युद्ध के कारण रूसी राष्ट्रपति से दूरी बनाए रखी थी.
शी जिनपिंग रविवार से तियानजिन में क्षेत्रीय सुरक्षा सभा में 20 से अधिक विश्व नेताओं की मेजबानी करेंगे. इस मंच को ग्लोबल साउथ एकता के प्रदर्शन के रूप में प्रस्तुत करने की कोशिश की जा रही है. यह तब है, जब डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों के कारण रूस, चीन और भारत करीब आ रहे हैं. शी जिनपिंग और मोदी के साथ रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और मध्य एशिया, मध्य पूर्व, दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया के नेता भी उपस्थित होंगे.
चीनी विदेश मंत्रालय के अनुसार, इस साल की बैठक SCO के इतिहास में सबसे बड़ी होगी, जो 2001 में इसकी स्थापना के बाद से हुई है. पहले छह यूरेशियाई राज्यों के छोटे समूह तक सीमित SCO अब 10 स्थायी सदस्य और 16 संवाद या पर्यवेक्षक राष्ट्रों तक विस्तारित हो गया है. इसका जनादेश सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी से परे आर्थिक, रणनीतिक और सैन्य सहयोग को भी शामिल करने के लिए बढ़ गया है.
Shankar Pandit has more than 10 years of experience in journalism. Before News18 (Network18 Group), he had worked with Hindustan times (Live Hindustan), NDTV, India News Aand Scoop Whoop. Currently he handle ho...और पढ़ें
Shankar Pandit has more than 10 years of experience in journalism. Before News18 (Network18 Group), he had worked with Hindustan times (Live Hindustan), NDTV, India News Aand Scoop Whoop. Currently he handle ho...
और पढ़ें
न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
First Published :
August 28, 2025, 12:29 IST

1 month ago
