...तो फिर अनरिजर्व टिकट उतने ही बिकेंगे, जितनी ट्रेन में बैठने की क्षमता होगी!

1 month ago

Last Updated:February 19, 2025, 09:37 IST

Indian Railways- नई दिल्‍ली हादसे के बाद भारतीय रेलवे ने ऐसे हादसे रोकने के लिए सुझाव मांगे हैं. इसमें कुछ ने ट्रेनों की क्षमता के अनुसार जनरल टिकट बेचने का सुझाव दिया है तो कुछ टिकट पर ट्रेन का नंबर प्रिंट करन...और पढ़ें

...तो फिर अनरिजर्व टिकट उतने ही बिकेंगे, जितनी ट्रेन में बैठने की क्षमता होगी!

इस तरह के हादसों को रोकने के लिए रेलवे का बड़ा प्‍लान.

हाइलाइट्स

नई दिल्‍ली ट्रेन हादसे के बाद रेलवे ने मांगे सुझावतरह तरह के आ रहे हैं सुझावसुझाव पर रेलवे एक्‍सपर्ट की ले रहा है राय

Indian Railways General Tickets Plan- भारतीय रेलवे ने नई स्‍टेशन पर हादसे के बाद जहां एक तरफ जांच के लिए हाईलेवल कमेटी गठित कर दी है, वहीं इस पर भी मंथन शुरू हो गया है कि दोबारा कभी इस तरह की घटनाएं न हों. इसके लिए रेलवे के अधिकारियों ने काम करना शुरू कर दिया है, साथ ही लोगों से भी सुझाव मांगे जा रहे हैं. जिसमें लोग बढ़चढ़ कर हिस्‍सा ले रहे हैं और अपने-अपने तरह के सुझाव दे रहे हैं. ये कितने फीजिबल हैं, इस पर रेलवे एक्‍सपर्ट की मदद ले रहा है. आइए जानें कैसे-कैसे सुझाव आ रहे हैं?

रेल मंत्रालय के अनुसार भारतीय रेल से सालना सात करोड़ से अधिक यात्री सफर करते हैं. इनमें से करीब 20 फीसदी एसी से सफर करते हैं और 80 फीसदी के करीब नॉन एसी यानी स्‍लीपर और नजरल क्‍लास से सफर कर रहे हैं. इनमें स्‍लीपर के मुकाबले जनरल क्‍लास से सफर करने वाले यात्रियों की संख्‍या काफी है. नई दिल्‍ली में हादसे वाले दिन जनरल टिकट सामान्‍य दिनों के मुकाबले डेढ़ गुना ज्‍यादा बिके थे. रोजाना करीब 5000 जनरल टिकट बिकते थे, 15 फरवरी को 2600 टिकट अधिक बिके थे.

जनरल टिकट को लेकर सुझाव

रेल मंत्रालय के अनुसार हादसे के बाद मांगे गए सुझाव में लोगों ने जनरल टिकट को लेकर अपनी अपनी राय दी है. कुछेक ने कहा कि जनरल टिकट टिकटों की बिक्री ट्रेनों की क्षमता के मुकाबले अधिक की जाती है, इसलिए दूसरे यात्रियों को परेशानी होती है. अगर कोचों की क्षमता के अनुसार ही जनरल टिकट बेचें जाएं तो इस तरह की परेशानी से बचा जा सकता है और हादसे की संभावना नहीं होगी.

ट्रेन का नंबर प्रिंट करने की सलाह

इसी तरह कुछ लोगों ने जनरल टिकट पर ट्रेन का नंबर प्रिंट कर देने की बात कही है. जिससे पता रहेगा कि किस ट्रेन में कितने जनरल टिकट वाले सफर करेंगे और जनरल टिकट लेकर यात्री दूसरी ट्रेन में सफर नहीं कर पाएगा. इस संबंध में रेलवे का कहना है कि सुझाव कितने फीजिबल हैं, एक्‍सपर्ट की मदद ली जा रही है. क्‍योंकि कोच की क्षमता फुल होने के बाद जनरल टिकट बंद करना कोई समाधान नहीं होगा.

ट्रेनों में चार चार जनरल कोच

भारतीय रेलवे ने पिछले दिनों ट्रेनों में जनरल कोचों को लेकर बढ़ा फैसला लिया है. जनरल कोचों की संख्‍या तय कर दी है. प्रत्‍येक नियमित ट्रेन में चार-चार कोच लगाए जाएंगे. अभी तक-मेल एक्‍सप्रेस में जनरल कोचों की संख्‍य तय नहीं थी. किसी में एक, किसी में दो, किसी में तीन तो किसी में चार लगते थे. यह कोचों की उपलब्‍धता पर निर्भर करता था. रेल मंत्री अश्विनी वैष्‍णव ने पिछले दिनों यह जानकारी दी थी कि मौजूदा समय जनरल कोचों का निर्माण तेजी से किया जा रहा है. अभी तक 1200 कोचों का निर्माण किया जा चुका है. संभावना है कि मार्च तक 200 कोच और तैयार हो जाएंगे. इस तरह 1400 जनरल कोच ट्रेनों में लगाएं जाएंगे.

Location :

New Delhi,Delhi

First Published :

February 19, 2025, 09:37 IST

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