Last Updated:March 04, 2025, 06:45 IST
IMD Weather Today: हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी से दिल्ली-एनसीआर में ठंड बढ़ी है. आईएमडी का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर में आज ठंड थोड़ी महसूस होगी. हालांकि, दिन में धूप भी निकलेगी. मार्च में साम...और पढ़ें

दिल्ली-एनसीआर में ठंड और बारिश, हिमाचल-उत्तराखंड में बर्फबारी का असर
हाइलाइट्स
दिल्ली-एनसीआर में ठंड और बारिश का दौर जारी.आईएमडी ने हिमाचल, उत्तराखंड और कश्मीर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया.मार्च में सामान्य से अधिक गर्मी का अनुमान है.IMD Weather Today: हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर ने सफेद चादर ओढ़ ली है. पहाड़ों पर खूब बर्फबारी हो रही है. इसका असर अब मैदानी इलाकों में दिखने लगा है. दिल्ली-एनसीआर में एक बार फिर ठंड ने यूटर्न लिया है. दिल्ली, नोएडा, गाजियाबा, गुड़गांव और फरीदाबाद समेत एनसीआर के इलाकों में मौसम का मिजाज कुछ अलग दिख रहा है. दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में एक बार फिर हल्की बारिश और ठंड ने दस्तक दी है. सुबह और शाम में ठंड बढ़ गई है. वजह है पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी. पहाड़ी इलाकों में हो रही लगातार बारिश और बर्फबारी के कारण दिल्ली-एनसीआर में मौसम में अचानक बदलाव देखा जा रहा है. आज दिल्ली-एनसीआर के इलाके में सुबह के वक्त हल्की ठंड अधिक रहेगी और कोहरा हो सकता है.
आईएमडी यानी मौसम विभाग की मानें तो पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर अब मैदानी इलाकों में भी महसूस किया जा रहा है. इससे दिल्ली और इसके आस-पास के क्षेत्रों में हल्की बूंदाबांदी और ठंडी हवाओं का दौर चल रहा है. आज भी बूंदाबांदी के आसार हैं. आज यानी 4 मार्च को ठंड थोड़ी और अधिक होगी. चार मार्च से न्यूनतम तापमान में गिरावट और अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना जताई गई. हालांकि, दिन में धूप अच्छी खेलगी, मगर मौसम उचाट सा लगेगा.
कैसा रहेगा दिल्ली का मौसम
मौसम विभाग ने आगामी दो दिनों में तेज हवाओं के चलने का आशंका जताई है. इसके अलावा, सुबह के समय हल्का कोहरा भी देखने को मिल सकता है. पांच मार्च को अधिकतम तापमान 29 डिग्री और न्यूनतम तापमान 14 डिग्री रहने की संभावना है. इसके बाद 6 मार्च से मौसम में और बदलाव होने की संभावना है, जब तेज हवाओं के साथ तापमान में गिरावट देखी जा सकती है. मौसम विभाग ने यह भी बताया कि पहाड़ी इलाकों में हो रही तेज बारिश और बर्फबारी के कारण इस बदलाव का सीधा असर मैदानी इलाकों में देखने को मिल रहा है. दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र हिमाचल और उत्तराखंड के नजदीक होने के कारण इन क्षेत्रों में अचानक आ रहे मौसम परिवर्तन से स्थानीय निवासियों को ठंड का अहसास हो रहा है.
पूरे सप्ताह रहेगा मिला-जुला मौसम
इस सप्ताह पूरे एनसीआर में मौसम का मिजाज मिला-जुला रहने की संभावना है. जहां एक तरफ हल्की बारिश और बूंदाबांदी की संभावना जताई जा रही है, वहीं तेज हवाएं और कोहरा भी देखने को मिल सकता है. मौसम विभाग के अनुसार, 6 और 7 मार्च को भी हल्का कोहरा रहेगा और तापमान में मामूली बदलाव की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार, तीन मार्च को दिल्ली और एनसीआर में आसमान में बादल छाए रहे और हल्की बारिश हुई। इस दौरान न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा.
देश के मौसम का हाल
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और कश्मीर के लिए ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है. स्थानीय लोगों और यात्रियों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. हिमाचल के कई जिलों में भारी बारिश और बर्फबारी के साथ-साथ गरज और बिजली गिरने की भी चेतावनी दी गई है. वहीं, यूपी और बिहार में भी आज बारिश के आसार हैं. पटना समेत बिहार के कई जिलो में तापमान में उतार चढ़ाव का दौर जारी है. पटना स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक कुमार गौरव के अनुसार आज दोपहर के समय तेज हवा चलने की स्थिति जारी रहेगी. अभी तो बिहार का मौसम शुष्क रहेगा लेकिन तीन दिन बाद फिर से कई जिलों बारिश होने की स्थिति बन रही है.वहीं, राजस्थान में गर्मी बढ़ने की संभावना है.
मार्च में सामान्य से अधिक गर्मी होने का अनुमान
अगर पूरे मार्च महीने की बात करें तो मौसम विभाग का कहना है कि भारत में मार्च का महीना सामान्य से अधिक गर्म रहने की संभावना है. साथ ही इस दौरान गर्म हवाएं भी चलेंगी. यह देश भर में गर्मियों के आगमन का संकेत है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डी. शिवानंद पई ने कहा कि मार्च में प्रायद्वीपीय भारत के कुछ सुदूर दक्षिणी भागों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में मासिक अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है. पई ने कहा कि दक्षिण प्रायद्वीपीय क्षेत्र में अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है.
देश में 1901 के बाद सबसे गर्म फरवरी
मार्च के अधिक गर्म रहने का अनुमान इसलिए लगाया गया है क्योंकि देश में 1901 के बाद सबसे गर्म फरवरी रही थी, जब औसत तापमान 22.04 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य 20.70 डिग्री से 1.34 डिग्री अधिक था. रबी फसल पर गर्म मौसम की स्थिति के प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर पई ने कहा कि कृषि मंत्रालय के विशेषज्ञों के साथ उनकी चर्चा के अनुसार देश में उगाए जाने वाले लगभग 60 प्रतिशत गेहूं की किस्म गर्मी प्रतिरोधी है. पई ने बताया कि फरवरी में देश भर में 10.9 मिमी बारिश हुई – जो 1901 के बाद से 18वीं सबसे कम और 2001 के बाद से पांचवीं सबसे कम बारिश है. उन्होंने कहा कि दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में 1.2 मिमी बारिश हुई जो 1901 के बाद से 10वीं सबसे कम और 2001 के बाद से चौथी सबसे कम बारिश है.
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First Published :
March 04, 2025, 06:45 IST