Dubai News लोग छुट्टियां मनाने के लिए दूर-दराज जगहों पर जाते हैं. कई तो अपना देश छोड़कर किसी अन्य देश में छुट्टियां मनाने जाते हैं. छुट्टियों के दौरान वो लोग जमकर इंज्वॉय करते हैं लेकिन दुबई में एक नौजवान लड़के की छुट्टियों के रंग में उस समय भंग पड़ गया जब वो होटल में था और उसे अचानक पुलिस उठाकर ले गई. महज 18 साल के मार्कस फकाना छुटियां मनाने के लिए दुबई गया था लेकिन उसकी ये छुट्टियां एक साल की कैद मैं बदल जाती हैं.
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि इस 18 साल के नौजवान लड़के को पुलिस उठाकर ले गई. दरअसल लंदन के रहने वाले मार्कस फकाना अपने परिवार के साथ दुबई में छुट्टियां मनाने के लिए आया था. इस दौरान उसकी मुलाकात एक ब्रिटिश लड़की हो जाती है. दोनों के बीच दोस्ती हो जाती है और फिर ये रिश्ता शारीरिक संबंधों में बदल जाता है. इस दौरान दोनों के बीच अपने देश लौटने पर भी रिश्ता जारी रखने की बात हुई थी लेकिन उससे पहले ही फकाना को पुलिस उठाकर ले जाती है, क्योंकि लड़की की उम्र 18 वर्ष पूरे होने में कुछ महीने कम थी.
17 वर्षीय लड़की जब यूनाइटेड किंगडम लौटी, तो उसकी मां को इस रिश्ते के बारे में पता चला और उसने फकाना के बारे में दुबई पुलिस के सामने शिकायत दर्ज करवाई. जिसके बाद पुलिस ने उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया. फकाना ने CNN को बताया,'यह बहुत दर्दनाक था. मुझे बिना कोई वजह बताए होटल से ले जाया गया. मुझे अपने माता-पिता समेत किसी को भी फोन करने की अनुमति नहीं थी.' फकाना आगे बताता है,'मुझे भाषा के चलते भी दिक्कत हो रही थी, क्योंकि सब कुछ अरबी में था और मुझे नहीं पता था कि मैं कब बाहर निकल पाऊंगा. मुझे किसी वकील, दूतावास या अपने माता-पिता से मिलने की इजाज़त नहीं दी गई'
रिपोर्ट्स के मुताबिक संयुक्त अरब अमीरात में सहमति के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए उम्र 18 वर्ष होनी जरूरी है लेकिन इस केस में लड़की की उम्र 17 वर्ष 11 महीने थी. जिसकी वजह से फकाना को इस कार्रवाई का सामना करना पड़ा. फकाना का कहना है,'मेरा कानून तोड़ने का कोई इरादा नहीं था, मुझे यह भी नहीं पता था कि वह 18 साल की होने में एक महीने दूर है.'
हालांकि फकाना ने कानून तोड़ने पर खेद जाहिर किया है. साथ ही राजशाही के प्रधानमंत्री और दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम से अपील कर रहा है कि वे पिछले सप्ताह उसे सुनाई गई एक साल की जेल की सजा को रद्द करें, ताकि वे अपने परिवार के क्रिसमस का त्योहार मनाने के लिए घर जा सके.