Last Updated:August 17, 2025, 12:14 IST
Dharali Cloudburst: उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने से आई आपदा के बाद SDRF की टीमें राहत और जांच कार्य में जुटी हैं. ड्रोन से निरीक्षण में कोई झील नहीं मिली. वैज्ञानिक विश्लेषण के लिए डेटा उच्चाधिकारियों को भे...और पढ़ें

उत्तरकाशी के धराली में 5 अगस्त को आई आपदा के बाद SDRF की टीमें लगातार राहत और जांच कार्य में जुटी हुई हैं. SDRF ने खीर गंगा तक रेकी और निरीक्षण किया, जिसमें पहाड़ियों के ऊपर कोई झील नजर नहीं आई.
आपदा के बाद SDRF मुख्यालय जॉलीग्रांट से टीमें मौके पर पहुंचीं और सबसे पहले ड्रोन की मदद से धराली क्षेत्र की निगरानी और सर्चिंग की गई. 7 अगस्त को SDRF टीम ने धराली गांव से पैदल खीर गंगा के दाहिने ओर 3450 मीटर की ऊंचाई तक जाकर ड्रोन से निगरानी की. इस दौरान भी कहीं पर झील नहीं मिली. इसके बाद 8 अगस्त को श्रीकंठ पर्वत के नीचे लगभग 3900 मीटर की ऊंचाई पर भी टीम ने सर्वे किया. ड्रोन से खीर गंगा और धराली क्षेत्र के ऊपर बने नालों की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी कर वैज्ञानिक संस्थानों को भेजा गया.
SDRF के मुताबिक 14-15 अगस्त को मुख्य आरक्षी राजेन्द्र नाथ के नेतृत्व में मुख्य आरक्षी प्रदीप पंवार, कांस्टेबल सोहन सिंह, NIM उत्तरकाशी के प्रशिक्षक शिवराज पंवार और अनुप पंवार तथा पोटर तारा व हरि की संयुक्त टीम ने फिर श्रीकंठ पर्वत बेस और खीर गंगा उद्गम स्थल का भौतिक निरीक्षण किया. इस दौरान टीम लगभग 4812 मीटर की ऊंचाई तक पहुंची. घने कोहरे, तेज हवाओं और बारिश जैसी कठिन परिस्थितियों के बावजूद ड्रोन से ग्लेशियर बेस और उद्गम स्थल की विस्तृत फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की गई.
SDRF ने बताया कि इस निरीक्षण और सर्वे से आपदा की वास्तविक परिस्थितियों का वैज्ञानिक विश्लेषण संभव हुआ है. टीम की तरफ से जुटाए गए सभी डेटा को उच्चाधिकारियों और वैज्ञानिक संस्थानों को भेज दिया गया है. यह जानकारी भविष्य में आपदा प्रबंधन और जोखिम को कम करने में बहुत मददगार साबित होगी.
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...और पढ़ें
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...
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Location :
Uttarkashi,Uttarakhand
First Published :
August 17, 2025, 05:56 IST
धराली में बन गईं कितनी झीलें? SDRF ने छान लिया चप्पा-चप्पा, मिल गई राहत की खबर