Last Updated:August 20, 2025, 11:04 IST
Trump Tariff on India: डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी तेल खरीदने को लेकर भारत पर 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाने का ऐलान किया, लेकिन चीन पर कोई एक्शन नहीं लिया. अमेरिकी अधिकारी ने अब इसकी वजह का खुलासा किया है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी तेल खरीदने और बेचने को लेकर भारत पर 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाने का ऐलान किया, तभी से यह सवाल उठने लगा कि चीन भी तो रूस से तेल खरीद रहा है, फिर भारत के खिलाफ ही ऐसा एक्शन क्यों लिया गया. अब अमेरिका ने आखिरकार इसकी वजह का खुलासा कर दिया है. अमेरिकी ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट ने मंगलवार को टीवी इंटरव्यू में कहा कि भारत ने रूस से तेल खरीदकर भारी मुनाफा कमाया है और ‘अरबों डॉलर’ कमाए हैं.
बेसेंट ने सीएनबीसी को दिए बयान में कहा, ‘भारत ने युक्रेन युद्ध के दौरान और उसके बाद रूसी तेल से भारी मुनाफा कमाया. पहले भारत की तेल सप्लाई में रूस की हिस्सेदारी 1% से भी कम थी, जो अब 42% तक पहुंच चुकी है. भारत ने इस सस्ते तेल को खरीदकर दोबारा बेचा और उससे 16 अरब डॉलर का अतिरिक्त मुनाफा कमाया है. यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है.’
भारत पर एक्शन, तो चीन पर रहम क्यों?
इसके उलट चीन को अमेरिकी कार्रवाई से राहत देने पर बेसेंट ने सफाई दी कि बीजिंग पहले से ही रूस पर निर्भर था. उन्होंने कहा, ‘यूक्रेन युद्ध से पहले चीन के कुल तेल आयात का 13% हिस्सा रूस से आता था, जो अब केवल 16% तक बढ़ा है. चीन ने अपने ऊर्जा स्रोतों में विविधता लाई है. लेकिन भारत का मामला पूरी तरह अलग है, यह केवल मुनाफाखोरी है.’
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर रूसी तेल खरीदने के चलते अतिरिक्त 25% टैरिफ लगाने का फैसला लिया है. इसके साथ ही भारत पर कुल टैरिफ 50% तक पहुंच जाएगा, जो इस महीने के अंत से लागू होगा. इसके जवाब में रूस ने भारत का बचाव करते हुए वाशिंगटन को ‘गैरकानूनी धमकियों’ से बाज आने की चेतावनी दी है.
नजदीक आ रहे भारत-चीन
टैरिफ की समयसीमा नजदीक आते ही चीन के विदेश मंत्री वांग यी नई दिल्ली पहुंचे और भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की. वांग ने कहा कि भारत और चीन को ‘बढ़ते दबाव और धमकियों’ के बीच सहयोग को और मजबूत करना चाहिए.
इस बीच, भारत ने मंगलवार को अमेरिका को संकेत देने की कोशिश की कि वह बातचीत के लिए तैयार है. ब्लूमबर्ग के मुताबिक, नई दिल्ली ने 30 सितंबर तक कपास पर 11% आयात शुल्क अस्थायी रूप से हटा दिया है. हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट कर दिया है कि भारत किसानों के हितों पर कभी समझौता नहीं करेगा. 50% टैरिफ की घोषणा के बाद मोदी ने कहा था कि भारत ‘भारी कीमत चुकाने के लिए तैयार’ है. उन्होंने इसे स्वतंत्रता दिवस भाषण में भी दोहराया.
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...और पढ़ें
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
August 20, 2025, 11:01 IST