नेपाल के पूर्व पीएम झालानाथ खनाल की पत्नी को जिंदा जलाया, घर को भी लगाई आग, सबकुछ तहस-नहस

7 hours ago

Nepal Protest: नेपाल की राजधानी काठमांडू में जारी Gen-Z आंदोलन ने ऐसा डरावना रूप ले लिया कि प्रदर्शनकारियों ने सबकी रूह कंपा दी. प्रदर्शनकारी इतने उग्र हो गए हैं कि उन्होंने बर्बरता की सारी हदें पार करते हुए नेपाल के प्रधानमंत्री रह चुके पूर्व पीएम झालानाथ खनाल की पत्नी राजलक्ष्मी चित्रकार को जिंदा जला दिया. इस भयावह घटना का वीडियो सोशल मीडिया वायरल है, जिसने पूरी दुनिया में सनसनी फैला दी है.

हालांकि, सुरक्षाबलों ने मौके पर पहुंचकर पूर्व पीएम की पत्नी को भीड़ की चंगुल से बाहर निकाला और हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां उनकी मौत हो गई. नेपाली मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, भीड़ ने पूर्व पीएम के निजी रिहाईशगाह पर धावा बोल दिया, जहां प्रदर्शनकारियों ने राज्यलक्ष्मी को उनके घर में फंसाकर आग लगा दी. यह घटना काठमांडू के पॉश इलाके दल्लू में हुई.

प्रदर्शनकारियों कई नेताओं के घर को पर बोला धावा

प्रदर्शनकारियों ने प्रेसिडेंट रामचंद्र पौडेल के आवास पर भी हमला बोला. प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के बालकोट में मौजूद घर को भी आग के हवाले कर दिया है. साथ ही, पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड और संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग के घरों पर भी हमलाकर तोड़फोड़ की और आग लगा दी.

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Wife of #Nepal's ex-PM — ex-MFA Arzu Rana Deuba — dies after protesters attack their residence — local media
She was last seen leaving her residence beaten and surrounded by protesters along with her bloodied husband
Footage shows the residence on fire pic.twitter.com/gZm8wOQC0f

— Uncensored News (@Uncensorednewsw) September 9, 2025

क्यों भड़की हिंसा?

वहीं, भारी हिंसा बीच प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और राष्ट्रपति ने अपने पद से मंगलवार को इस्तीफा दे दिया.दरअसल, नेपाल सरकार ने हाल ही में फेसबुक, इंस्टाग्राम, समेत 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बैन लगाया था. लेकिन इस बैन खिलाफ Gen-Z सड़क पर उतर आए और देशभर में प्रदर्शन शुरू कर दिए. Gen-Z की अगुआई में जारी प्रदर्शन के दौरान भीड़ उग्र हो गई और सोमवार को संसद भवन परिसर पर कब्जे की कोशिश की. इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पे हुईं और पुलिस की कार्रवाई में 19 लोगों की मौत हो गई और 300 से ज्यादा घायल हो गए. 

जबकि, भारी दबाव के चलते सरकार ने सोमवार रात को सोशल मीडिया बैन वापस ले लिया. लेकिन भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और 19 लोगों की जवाबदेही की मांग को लेकर प्रदर्शनकारियों ने आंदोलन जारी रखा, जो अभी तक जारी है.

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