Last Updated:October 28, 2025, 20:08 IST
एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने साफ किया कि समुद्री सुरक्षा और समुद्री विकास को अलग-अलग मुद्दे मानना गंभीर भूल होगी. अगर समुद्र असुरक्षित हुआ तो दुनिया की अर्थव्यवस्था और भविष्य दोनों सुरक्षित नहीं रहेंगे.
नौसेना प्रमुख की चेतावनी अलर्ट: समुद्र में सिर्फ दुश्मन नहीं, घात लगाए नई ‘छिपी जंग’ (फाइल फोटो)नई दिल्ली: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने दुनिया को साफ चेतावनी दी है कि महासागर अब शांति के रास्ते नहीं, बल्कि रणनीतिक भूचाल के केंद्र बन चुके हैं. इंडो पैसिफिक आज सिर्फ बंदूकों या जहाजों की लड़ाई का मैदान नहीं. यहां दुश्मन अदृश्य भी है और कानून की आड़ में छिपा हुआ भी. नौसेना प्रमुख कहते हैं कि समुद्री सुरक्षा को अब ‘खतरा रोकने’ के पुराने चश्मे से देखना गलत होगा. यह एक डायनैमिक और बेहद जटिल चुनौती है, जिसमें व्यापार, तकनीक, तस्करी, भू-राजनीति और क्लाइमेट सब एक साथ उलझे पड़े हैं. इंडो-पैसिफिक रीजनल डायलॉग 2025 में उनका यह संदेश साफ इशारा है कि भारत और दुनिया को समंदर की जंग को बिल्कुल नए नजरिये से देखने की जरूरत है. समुद्र हमारी किस्मत तय करते हैं. लेकिन अब वहां किस्मत की जंग तेज हो चुकी है.
समुद्र में खतरा सिर्फ बंदूक का नहीं, भूख और लालच का भी
एडमिरल त्रिपाठी ने कहा कि समुद्र आदिकाल से व्यापार और सभ्यताओं को जोड़ते आए हैं. लेकिन आज ये रास्ते सबसे बड़े टकरावों का निशाना बन चुके हैं.
गैरकानूनी मछली पकड़ना हथियारों व ड्रग्स की तस्करी समुद्री लूट मानव तस्करीये सब समुद्री तनाव के बड़े कारण हैं. यह अपराध धीरे-धीरे रणनीतिक खतरे में बदल रहे हैं.
वैश्विक व्यापार पर हमले, कमजोर अर्थव्यवस्था की घंटी
नौसेना प्रमुख ने चेताया कि वैश्विक समुद्री व्यापार 2025 में सिर्फ 0.5 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है. यह गिरावट शांति नहीं, कमजोरी का संकेत है. रेड सी का हालिया संकट बता चुका है कि एक रास्ते के बंद होते ही माल ढुलाई महंगी, बीमा महंगा और खाने की चीजें महंगी हो जाती हैं. मतलब टकराव कहीं भी, दर्द हर जगह.
इंडो-पैसिफिक: भरोसे और ताकत की अग्निपरीक्षा
30 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधियों की भागीदारी यह संदेश देती है कि इंडो-पैसिफिक का भविष्य बातचीत, सहयोग और आपसी भरोसे से ही सुरक्षित होगा. भारत यह साफ कर चुका है कि समुद्र में शांति होगी तभी समृद्धि बहेगी.
कृत्रिम बुद्धिमत्ता, ऑटोनॉमस सिस्टम और वाणिज्यिक सैटेलाइट अब समुद्री सुरक्षा का खेल बदल रहे हैं. जहां पहले दुश्मन जहाज लेकर आता था, अब वह डेटा और तकनीक से घुसपैठ करता है. निगरानी भी डिजिटल, हमला भी डिजिटल.
Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak's journey began with print media and soon transitioned towards digital. He...और पढ़ें
Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak's journey began with print media and soon transitioned towards digital. He...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
October 28, 2025, 20:08 IST

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