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Last Updated:April 15, 2025, 07:43 IST
Murshidabad Violence LIVE Updates: पश्चिम बंगाल में वक्फ संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब मुर्शिदाबाद की आग साउथ 24 परगना जिले में भी पहुंच गई है. उन्मादी भीड़ ने पुलिस...और पढ़ें

पश्चिम बंगाल के भांगर इलाके में हिंसा फैल गई है. (फोटो: पीटीआई)
कोलकाता/मुर्शिदाबाद/साउथ 24 परगना. वक्फ संशोधन कानून को लेकर विरोध-प्रदर्शनों का सिलसिला लगातार जारी है. पश्चिम बंगाल वक्फ संशोधन कानून विरोधी प्रदर्शनों का गढ़ बन चुका है. मुर्शिदाबाद में प्रर्दशन हिंसक हो गया. हिंसा में 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों अन्य लोग घायल हो गए. पश्चिम बंगाल सरकार और पुलिस से जब मामला नहीं संभला तो बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) को स्थिति को संभालने के लिए उतारना पड़ा. BSF ने स्थानीय पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के साथ मिलकर हालात को काबू में किया. फिलहाल हिंसा की आग में झुलसे मुर्शिदाबाद में हालात फिलहाल नियंत्रण में है, लेकिन माहौल तनावपूर्ण है. आमलोग घरों में ही रहना बेहतर समझ रहे हैं. मुर्शिदाबाद के बाद पश्चिम बंगाल का एक और जिला हिंसा की चपेट में आ गया है. साउथ 24 परगना जिले के भांगर इलाके में हिंसा भड़क उठी. उन्मादी भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया.
पश्चिम बंगाल के साउथ 24 परगना जिले के भांगर इलाके में सोमवार को वक्फ (संशोधन) अधिनियम से संबंधित हिंसा की ताजा घटनाएं हुईं. उधर, पुलिस ने दावा किया कि पिछले दंगों के केंद्र मुर्शिदाबाद में कानून और व्यवस्था की स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में है.
इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के समर्थकों ने संशोधित कानून के विरोध में भांगर में पुलिस के साथ झड़प की, जिसमें कई लोग घायल हो गए और सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया. कई पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया. झड़प तब शुरू हुई जब पुलिस ने आईएसएफ समर्थकों को पार्टी नेता और भांगर विधायक नौशाद सिद्दीकी द्वारा संबोधित वक्फ कानून विरोधी रैली में भाग लेने के लिए मध्य कोलकाता के रामलीला मैदान की ओर जाने से रोक दिया था. पुलिस के अनुसार, रैली में शामिल लोगों को बसंती राजमार्ग पर भोजेरहाट के पास रोका गया, जहां भांगर के साथ-साथ पड़ोसी इलाकों जैसे मीनाखान और संदेशखली से बड़ी संख्या में आईएसएफ कार्यकर्ता एकत्र हुए थे.
उन्मादी भीड़ को पुलिस का खौफ नहीं
जब भीड़ ने पुलिस बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की तो तनाव बढ़ गया, जिससे दोनों पक्षों के बीच झड़प हो गई. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि रदर्शनकारियों ने कुछ पुलिस वाहनों में आग लगा दी और हमला भी कर दिया. इस घटना में कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया, क्योंकि रामलीला मैदान में रैली के लिए उचित पुलिस अनुमति नहीं थी, जिससे कम से कम एक आईएसएफ कार्यकर्ता के सिर में चोट लग गई. इसके बाद स्थिति तेजी से बिगड़ती चली गई.
एनएच पर धरना
आईएसएफ के लोाग इसके बाद नेशनल हाईवे पर धरना देने लगे, जिससे एनएच पर लंबा जाम लग गया. स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया. बाद में प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर कर दिया गया. विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उग्र भीड़ को रोकने के लिए कुछ नहीं किया. कोलकाता में सभा को संबोधित करते हुए सिद्दीकी ने कहा, ‘यह कानून सिर्फ़ मुसलमानों पर हमला नहीं है, यह संविधान पर हमला है. हम इस कानून को स्वीकार नहीं करेंगे. जो सरकार ऐसे कानूनों का समर्थन करती है, उसे जाना चाहिए.’ इससे पहले सोमवार को दिन में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के वरिष्ठ अधिकारियों ने मुर्शिदाबाद के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया और निवासियों को शांति बहाल करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक सहायता का आश्वासन दिया था.
Location :
Kolkata,West Bengal
First Published :
April 15, 2025, 07:43 IST