Last Updated:April 30, 2025, 14:54 IST
Kashmir Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हुई. इस हमले की जांच अब एनआईए कर रही है. एनआईए ने 2000 से अधिक ओवर ग्राउंड वर्कर्स से पूछताछ की और 15 को चिन्हित किया है.

India-Pakistan News: पहलगाम हमले में पाकिस्तानी आतंकी का हाथ. (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
एनआईए जांच में पाक की साजिश का खुलासा.पहलगाम हमले में 26 पर्यटकों की मौत.3 ओवरग्राउंड वर्कर्स गिरफ्तार.रिपोर्ट- अरुणिमा
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमला हुआ. पहलगाम नरसंहार ने पूरे देश को हिला कर रख दिया. इस टेररिस्ट अटैक में 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी. इसके बाद से ही भारतीय सेना और खुफिया एजेंसियां इस घटना की जांच में जुट गई हैं और इस घटना के पीछे के अपराधियों को खोज रही हैं. पहलगाम अटैक की जांच एनआईए यानी नेशनल इन्वेस्टिगेटिव एजेंसी के जिम्मे है. जांच में एनआईए को कई अहम सुराग मिले हैं, जिससे पहलगाम हमले की गुत्थी सुलझ सकती है और पाक बेनकाब हो सकता है. जी हां, एनआईए ने करीब 2000 से अधिक ओवर ग्राउंड वर्कर्स से पूछताछ की है. इनमें से कम से कम 15 ओवर ग्राउंड वर्कर्स एनआईए की रडार पर हैं.
सूत्रों की मानें तो सुरक्षा एजेंसियों की गहन पूछताछ के बाद इन 15 ओवर ग्राउंड वर्कर्स को चिन्हित किया गया है. पहलगाम हमले के सिलसिले में वांटेड आतंकवादियों में से एक लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर फारूक अहमद उर्फ फारूक तीडवा है. इसके बारे में माना जाता है कि वह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से काम कर रहा है. जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में उसका घर उन दस घरों में शामिल था, जिन्हें सुरक्षा बलों ने पिछले हफ्ते ढहा दिया था.
खुफिया सूत्रों का कहना है कि आतंकी फारूक ने पाकिस्तानी आतंकवादियों के घुसपैठ में मदद की है और उन्हें अपने ओवर ग्राउंड वर्कर्स (OGW) नेटवर्क से मिलाया. पहलगाम हमलावरों की मदद करने वालों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए इन कार्यकर्ताओं से पूछताछ की गई है. इस बीच भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया है. कारण कि पाकिस्तानी सेना लगातार छह दिनों से नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रही है. हालांकि, भारतीय सेना ने भी मुहंतोड़ जवाब दिया है.
एनआईए ने संभाला मोर्चा
बहरहाल, पहलगाम अटैक के बाद सुरक्षा बल, खुफिया एजेंसियां और जांच दल कश्मीर में लगातार अभियान चला रहे हैं. बड़े पैमाने पर लोगों को हिरासत में लिया जा रहा है. सुरक्षा बलों ने कई ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है जिनके बारे में माना जाता है कि उन्होंने हमलावरों की मदद की थी. एनआईए यानी राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आधिकारिक तौर पर जम्मू-कश्मीर पुलिस से जांच अपने हाथ में ले ली है. कार्रवाई के दौरान आतंकवादियों के 10 घरों को ढहा दिया गया. स्थानीय सरकार ने जम्मू-कश्मीर में इन स्थलों की सुरक्षा ऑडिट की समीक्षा के लिए 40 से अधिक पर्यटन स्थलों को बंद करने का फैसला किया है.
एक्शन तेज
आतंकवादियों का पता लगाने के लिए अधिकारियों ने तलाशी अभियान तेज कर दिया है. उन्होंने संदिग्धों के स्केच भी जारी किए हैं और सोशल मीडिया पर उनकी एक तस्वीर वायरल हुई है. अधिकारियों ने बताया कि तीन आतंकवादियों की पहचान हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान, अली भाई उर्फ तल्हा भाई और आदिल हुसैन ठोकर के रूप में हुई है. अधिकारियों ने बताया कि हाशिम मूसा और तल्हा पाकिस्तानी हैं, जबकि ठोकर स्थानीय आतंकवादी है.
मोदी की अहम बैठक
इस बीच मंगलवार को पीएम मोदी ने सेना को एक्शन लेने की पूरी छूट दे दी. पीएम मोदी ने बुधवार को अपने आधिकारिक आवास 7, लोक कल्याण मार्ग पर कैबिनेट की राजनीतिक मामलों की समिति (सीसीपीए) की बैठक की अध्यक्षता भी की, जो 2019 में पुलवामा हमले के बाद पहली बैठक है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर बैठक में भाग ले रहे हैं. महत्वपूर्ण बैठकों के बाद पीएम ने कैबिनेट की बैठक भी की.
3 ओवरग्राउंड वर्कर्स अरेस्ट
इस बीच पुलिस ने जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में आतंकवादियों के 3 ओवरग्राउंड वर्कर्स को गिरफ्तार कर लिया, क्योंकि घाटी में आतंकवादियों और उनके सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई चल रही है. खुफिया सूत्रों ने यह भी बताया कि पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड हाशिम मूसा कश्मीर में छिपा है. बहरहाल उसकी तलाश जारी है.
Location :
Delhi,Delhi,Delhi
First Published :
April 30, 2025, 14:54 IST