नई दिल्ली (Recruitment Exams, Pooja Khedkar Case). साल खत्म होने वाला है. इसके साथ ही इस साल हुए सभी विवादों और बदलावों की चर्चा भी होने लगी है. 2024 में आईएएस पूजा खेडकर और इनके माता-पिता काफी सुर्खियों में रहे. कई महीनों तक इनकी चर्चा होती रही. आईएएस पूजा खेडकर विवाद की वजह से यूपीएससी परीक्षा में कई बदलाव करने पड़े. इससे सरकारी भर्ती प्रक्रिया में धांधली रोकने में मदद मिलेगी.
कुछ सालों में अंतराल में भर्ती परीक्षा में बदलाव किए जाते हैं. इससे परीक्षा की शुचिता को बनाए रखना आसान हो जाता है. कई बार ये बदलाव सामान्य होते हैं तो कई बार किसी विवादित मामले की वजह से आनन-फानन में नए नियम बना दिए जाते हैं. इस साल भी कुछ ऐसा ही हुआ. एक तरफ आईएएस पूजा खेडकर और उनके माता-पिता के स्कैम सामने आए तो दूसरी तरफ बिहार के फर्जी आईपीएस अफसर ने भी खूब सुर्खियां बटोरीं. जानिए पूजा खेडकर विवाद क्या है और इससे सिस्टम में क्या बदलाव आया.
Pooja Khedkar IAS News: आईएएस पूजा खेडकर कौन हैं?
आईएएस पूजा खेडकर 2023 बैच की ट्रेनी अफसर हैं. उन्हें महाराष्ट्र कैडर अलॉट किया गया था. ट्रेनिंग के बाद पहली पोस्टिंग से ही उनका और विवादों का चोली-दामन जैसा साथ हो गया था. आईएएस के लिए चुने जाने के बाद उन्हें ट्रेनिंग के दौरान ही सेवा से बर्खास्त कर दिया गया. साथ ही संघ लोक सेवा आयोग की सभी भावी परीक्षाओं में शामिल होने पर भी रोक लगा दी गई. पूजा खेडकर आईएएस बनने से पहले 2021 में स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया की असिस्टेंट डायरेक्टर थीं.
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IAS Pooja Khedkar: ट्रेनिंग के दौरान दिखाया रौब
पूजा खेडकर ने बतौर ट्रेनी आईएएस अफसर कई कारनामे किए. उन्होंने अपनी निजी गाड़ी पर लाल बत्ती लगा ली थी. जब उन्हें महाराष्ट्र के पुणे जिले में पोस्टिंग मिली तो उन्होंने बिना अनुमति के अतिरिक्त कलेक्टर अजय मोरे के चैंबर पर भी कब्जा कर लिया था. फिर आरटीआई कार्यकर्ता विजय कुंभार ने पूजा खेडकर की नियुक्ति को संदिग्ध बताया. दरअसल वह ओबीसी नॉन-क्रीमी लेयर की श्रेणी से बाहर थीं. उन्होंने फर्जी सर्टिफिकेट लगाए थे. जांच में उनका दिव्यांग सर्टिफिकेट भी फर्जी निकला.
Sarkari Naukri ke Niyam: नियुक्ति प्रक्रिया में हुए बड़े बदलाव
फर्जी मेडिकल और जाति प्रमाण पत्र के आधार पर सरकारी नौकरी हासिल करने के मामले में संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission) ने उन्हें बर्खास्त कर दिया था. यह मामला सामने आने पर केंद्रीय सरकारी नौकरियों की प्रक्रिया में कई बदलाव किए गए. पूजा खेडकर मामले से सबक लेते हुए यूपीएससी ने अपनी सभी भर्तियों में अभ्यर्थियों के आधार वेरिफिकेशन को अनिवार्य कर दिया. अब बिना आधार वेरिफिकेशन के किसी भी अभ्यर्थी का आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा.
आधार वेरिफिकेशन एसएससी और रेलवे भर्ती परीक्षा में भी अनिवार्य कर दिया गया है.
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FIRST PUBLISHED :
December 22, 2024, 10:28 IST