'पूरी दुनिया इसका अंत देखना चाहती है...', पुतिन-ट्रंप की मुलाकात पर आया भारत का बड़ा बयान

4 days ago

Trump Putin Alaska summit: ट्रंप और पुतिन के बीच अलास्का में हुए महामंथन (alaska summit) पर दुनियाभर के नेताओं की प्रतिक्रिया आ रही है. इस बीच भारत ने इस मुलाकात पर बड़ा अहम बयान दिया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, 'भारत अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच शिखर बैठक का स्वागत करता है. शांति की दिशा में नेतृत्व अत्यंत सराहनीय है. भारत शिखर सम्मेलन में हुई प्रगति की सराहना करता है. आगे का रास्ता केवल बातचीत और कूटनीति से ही निकल सकता है. दुनिया यूक्रेन में संघर्ष का शीघ्र अंत देखना चाहती है.'

क्या अभी खत्म नहीं होगा रूस-यूक्रेन युद्ध?

ये सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि पश्चिमी देशों की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रंप और पुतिन के बीच जेलेंस्की को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है. इस मुलाकात पर जेलेंस्की ने कहा है कि यूक्रेन की सहमति में फैसला होना चाहिए, यूरोप और अमेरिका यूक्रेन की सुरक्षा की गारंटी लें और इसके लिए रूस पर दबाव बढ़ाना जरूरी है.' वहीं ट्रंप से हाथ मिलाकर और मंच साझा करके पुतिन ने दुनिया को संदेश दे दिया कि वे अलग-थलग नहीं हैं. रूसी सरकारी मीडिया ने इस मुलाकात को एक बड़ी कूटनीतिक सफलता माना. उन्होंने पश्चिमी मीडिया का मजाक उड़ाते हुए कहा, 'रूस के अलग-थलग पड़ने का दावा पूरी तरह से झूठा था.

FAQ

सवाल- रूस यूक्रेन युद्ध कब शुरू हुआ?
जवाब- 
रुस-यूक्रेन युद्ध फरवरी 2014 में शुरू हुआ. रूस ने क्रीमिया पर अपना नियंत्रण कर लिया. आगे युद्ध थम गया था, फिर 24 फरवरी, 2022 को रूस ने प्रचंड वेग से यूक्रेन पर हमला करने का ऐलान किया तब से जंग जारी है.  

सवाल- यूक्रेन क्या चाहता है?
जवाब-
जेलेंस्की चाहते हैं कि ट्रंप और पश्चिमी देश उसे नाटो का सदस्य बनाए ताकि उसे अभय वरदान मिल जाए.

सवाल- जेलेंस्की का पॉलिटिकल कैरियर?
जवाब-
वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky)  जेलेंस्की ने साल 2019 में जेलेंस्‍की ने यूक्रेन की सत्‍ता संभाली थी. राष्ट्रपति बनने से पहले एक्टर और कमेडियन थे. उनका राजनीतिक सफर भी खासा चुनौतीपूर्ण नहीं रहा. कीव की नेशनल इकोनॉमिक यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री लेने के बाद उन्‍होंने कॉमेडी में हाथ आजमाया. 2015 से उनके राष्‍ट्रपति बनने तक दिखाई जाने वाली सीरीज सर्वेंट आफ पीपुल्‍स लोगों को काफी पंसद आई और वो लोगों के दिलों पर छा गए. किस्मत में राजयोग था तो 2018 में जेलेंस्की ने इसी शो के नाम से एक पॉलिटिकल पार्टी का गठन किया और 2019 में चुनाव जीतकर राष्ट्रपति बन गए. उसके बाद यूक्रेन का क्या हाल हुआ, वो किसी से छिपा नहीं है.

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